पति-पत्नी ने दो वर्षों तक केस लड़ा

ससुराल में शौचालय नहीं होना वजह सुनील कुमार लातेहार : अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी कौशिक मिश्रा की अदालत में शनिवार को एक अजीबोगरीब मामले का निबटारा किया गया है. वर्ष 2014 में ब्याही बहू ने ससुराल में शौचालय नहीं होने की वजह से ससुराल जाने से इंकार कर दिया था तथा अदालत का दरवाजा खटखटाया था.नवविवाहिता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2016 12:39 AM
ससुराल में शौचालय नहीं होना वजह
सुनील कुमार
लातेहार : अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी कौशिक मिश्रा की अदालत में शनिवार को एक अजीबोगरीब मामले का निबटारा किया गया है. वर्ष 2014 में ब्याही बहू ने ससुराल में शौचालय नहीं होने की वजह से ससुराल जाने से इंकार कर दिया था तथा अदालत का दरवाजा खटखटाया था.नवविवाहिता ने अदालत से मामले की सुलह में एक ही शर्त रखी कि शौचालय बनवाने का आदेश पारित किया जाये.
क्या है मामला, क्या हल निकला
लातेहार जिला के मनिका थाना क्षेत्र के जुंगुर ग्राम निवासी मंजू देवी ने गत नौ सितंबर 2014 को अपने पति धर्मवीर प्रताप देव, सास राजमणि देवी तथा ननद पूजा देवी के खिलाफ प्रताड़ना का मुकदमा जीआर 680/14 मनिका थाना कांड 91/14 दायर कराया था.
अदालत ने उक्त मामले में 06.04.2015 को संज्ञान लिया था तथा आरोपियों के विरुद्ध सम्मन जारी किया था. इसके उपरांत दोनों पक्ष 06 फरवरी 2016 को अदालत में सशरीर हाजिर हुए. जज श्री मिश्रा ने जब उनसे झगड़ा का कारण पूछा, तो बहू ने बताया कि ससुराल में शौचालय नहीं है.
अदालत में यह मुद्दा आते ही अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गयी अौर जज ने मामले में लिखित रूप से सुलहनामा दाखिल करने का आदेस पारित किया. (बहू) पीड़िता के ससुरालवालों ने एक पखवारा के भीतर घर में शौचालय बनवाने का बांड अदालत में भर कर दिया, तब मामले का निबटारा हुआ.

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