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आपसी विवाद में CRPF के दो जवानों ने एक-दूसरे पर चलायी गोली, एक की मौत, दूसरा गंभीर

।।प्रतिनिधि/एजेंसी।। लातेहार : सीआरपीएफ के दो जवानों के बीच आपसी विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ने एक-दूसरे पर गोली चला दी. जिसमें से एक जवान महिपाल सिंह की मौत हो गयी, जबकि दूसरा जवान संजय कुमार अस्पताल में भरती कराया गया है. अबतक यह साफ नहीं हो पाया कि घटना कैसे घटी. उच्च अधिकारियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2016 6:26 PM

।।प्रतिनिधि/एजेंसी।।

लातेहार : सीआरपीएफ के दो जवानों के बीच आपसी विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ने एक-दूसरे पर गोली चला दी. जिसमें से एक जवान महिपाल सिंह की मौत हो गयी, जबकि दूसरा जवान संजय कुमार अस्पताल में भरती कराया गया है. अबतक यह साफ नहीं हो पाया कि घटना कैसे घटी. उच्च अधिकारियों का बयान भी अलग-अलग आ रहा है जिससे स्थिति साफ नहीं हो रही.

घटना झारखंड के लातेहार जिले में बल के एक शिविर में हुई. कांस्टेबल महिपाल पर गोली चलाने वाले जवान की गोली लगने के कारण तुरंत ही मौत हो गयी. गोली लगने के कारण उसके वरिष्ठ सहकर्मी की हालत गंभीर है और उसे विमान से लाकर रांची के अस्पताल मेडिका में भर्ती कराया गया है. सीआरपीएफ के डीआईजी ने इस मामले पर कहा कि यह आपस में विवाद का मामला नहीं है. गोली गलती से चली है.
लातेहार के डीसी रविशंकर शुक्ला ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की बात कही है. एसपीअनूप बिरथरेने इस घटना की जानकारी देते हुए कहा यह आपसी विवाद का मामला है. दोनों में किसी बात को लेकर झगड़ा शुरू हुआ और दोनों ने एक दूसरे को गोली मार दी. जबकि एसपीडीओ पुरुषोत्तम ने कहा, मैंने घटना स्थल का जायजा लिया है. यह मामला आपसी विवाद का नहीं है. दोनों बंदूक साफ कर रहे थे, तभी महिपाल से गोली चल गयी जब उसने देखा कि गोली संजय को लग गयी है और उसका खून बह रहा है तो डर से उसने खुद को गोली मार ली.
कुछ अधिकारियों ने इसे लेकर एक अलग ही घटनाक्रम का जिक्र किया, जिसमें बताया कि एक कंपनी में दोपहर करीब 12.30 बजे घटना हुई जब महिपाल और हेड कांस्टेबल संजय के बीच संघर्ष हो गया. इसके तुरंत बाद महिपाल ने शिविर में रखे एक इनसास राइफल से संजय को गोली मार दी और बाद में उसी हथियार से खुद को भी गोली मार ली. महिपाल यहां एक नाई के रूप में कार्यरत था जबकि संजय एक चालक के रूप में सेवारत था.
अधिकारी ने बताया, ‘‘यह भातृहन्ता का मामला लग रहा है. एक कोर्ट ऑफ इन्कायरी का आदेश दिया गया है और विस्तृत जांच के लिए राज्य पुलिस के साथ बल के वरिष्ठ अधिकारी लातेहार के घटनास्थल पर पहुंच गये हैं और दोनों के बीच हुए संघर्ष के कारणों का पता लगा रहे हैं.’ उन्होंने बताया कि दोनों का ताल्लुक नक्सल विरोधी अभियान और अन्य सुरक्षा कर्तव्यों के लिए इलाके में तैनात सीआरपीएफ की 214 बटालियन से था.

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