स्थानीय नीति में संशोधन की दरकार
लातेहार : झारखंड मुक्ति मोरचा, लातेहार के जिला अध्यक्ष लाल मोती नाथ शाहदेव ने कहा कि झारखंड की रघुवर दास सरकार ने आनन फानन में स्थानीय नीति लागू की है. इस नीति में कई पहलुओं पर गौर नहीं किया गया. झारखंड के मूलवासी एवं आदिवासियों का हक इस स्थानीय नीति के लागू होने से मारा […]
लातेहार : झारखंड मुक्ति मोरचा, लातेहार के जिला अध्यक्ष लाल मोती नाथ शाहदेव ने कहा कि झारखंड की रघुवर दास सरकार ने आनन फानन में स्थानीय नीति लागू की है. इस नीति में कई पहलुओं पर गौर नहीं किया गया. झारखंड के मूलवासी एवं आदिवासियों का हक इस स्थानीय नीति के लागू होने से मारा जायेगा. इस नीति में संशोधन की दरकार है. श्री शाहदेव स्थानीय नीति के विरोध में झामुमो द्वारा समाहरणालय के समक्ष आयोजित एक दिवसीय धरना को संबोधित कर रहे थे.
श्री शाहदेव ने झारखंड के आदिवासी मूलवासी एवं आदिवासियों के हितों की रक्षा के लिए 1932 के खतियान को आधार बनाने की मांग की. जिला सचिव शमसेर खान ने कहा कि सरकार अगर स्थानीय नीति में बदलाव नहीं करती है तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जायेगा. केंद्रीय सदस्य अरुण कुमार दुबे ने कहा कि सरकार ने झारखंड में निवास करने वाले आदिवासियों के हक पर कुठाराघात किया है. इस नीति के लागू होने से बाहरी लोगों को लाभ होगा.
मौके पर शीतोहन मुंडा, अशोक कुमार पांडेय, मनोज चौधरी, अजीत श्रीवास्वत, धनेश्वर उरांव , समुंद्र उरांव, इंद्रदेव उरांव, करीमन सिंह, पपन खां, रविंद्र नाथ गंझू, इंद्रजीत कुमार बंटी, मोहन भुईयां, मोहन गंझू, संदीप राम, नंदकिशोर सिंह, कुंज बिहारी सिंह, बनारसी यादव, सत्येंद्र यादव, रामवृक्ष गंझू, सुमन सोरेन, जयनाथ सिंह, आशा देवी, प्रेमा देवी, तरुण उरांव, कौशल्या देवी, निर्मला उरांव, मो इस्लाम, मो रसीद, भिखारी उरांव, तबरेज अंसारी, कुंदन उरांव, बबन तिवारी, यमुनाधर लाल भगत समेत झामुमो के कई नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे.