पति, सास और श्वसुर की पिटाई

बेतला : बरवाडीह थाना क्षेत्र के सरइडीह गांव में विवाहिता किरण देवी की मौत जलने से हो गयी. ससुरालवालों ने इस घटना को आत्महत्या करार दिया है. जबकि मायकेवालों ने जिंदा जलाने का आरोप लगाया है. घटना की जानकारी मिलने पर मृतका के मायकेवाले गांव पहुंचे और घर में मौजूद पति उपेंद्र प्रसाद व ससुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2016 8:43 AM
बेतला : बरवाडीह थाना क्षेत्र के सरइडीह गांव में विवाहिता किरण देवी की मौत जलने से हो गयी. ससुरालवालों ने इस घटना को आत्महत्या करार दिया है. जबकि मायकेवालों ने जिंदा जलाने का आरोप लगाया है. घटना की जानकारी मिलने पर मृतका के मायकेवाले गांव पहुंचे और घर में मौजूद पति उपेंद्र प्रसाद व ससुर सत्यनारायण प्रसाद व सास की पिटाई कर दी. हालांकि उस समय पुलिस मौजूद थी, लेकिन मायके वाले इतने आक्रोशित थे कि पुलिस उन्हें रोकने में विफल रही. बाद में स्थानीय लोगों के मदद से पुलिस ने मायकेवालों को शांत किया.
पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल लातेहार भेज दिया है. जबकि पति उपेंद्र प्रसाद व ससुर सत्यनारायण प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया है. विवाहिता का मायका चतरा जिले के प्रतापपुर थाना के एकहरा गांव है. भाई रामप्रीत प्रसाद ने बताया कि दो वर्ष पहले अपनी बहन की शादी पांच लाख रुपये दहेज देकर की थी, लेकिन उस पर टीवी के लिए दबाव बनाया जाता था. दो माह पहले टीवी दिया गया था. हालांकि किरण ने कभी भी ससुरालवालों के द्वारा प्रताड़ित करने की शिकायत नहीं की थी. सिर्फ इतना कहा था कि जब सबकुछ दे दिये हैं, तो टीवी भी दे दीजिये.
रामप्रीत ने बताया कि उसकी बहन की हत्या की गयी है. वह आत्महत्या नहीं कर सकती थी. उसकी हत्या रात में ही कर दी गयी थी. जबकि ससुराल वालों ने बताया कि सुबह किरण देवी ने खाना बनाया था. उसके पति उपेंद्र काम करने के लिए मेदिनीनगर ,ससुर बाजार करने के लिए बरवाडीह व सास स्वयं सहायता समूह के बैठक में हिस्सा लेने के लिए गयी थी. छह माह की बच्ची पड़ोस के घर में खेल रही थी. इस बीच करीब 10 बजे उसने स्वयं को आग के हवाले कर दिया. सूचना मिलने पर वे लोग घर पहुंचे तो देखा कि वह पूरी तरह जल चुकी थी. मायके वालों ने इस घटना को साजिश बताया है.
मायकेवालों के इंतजार में तीन घंटे तक बैठी रही पुलिस : किरण देवी की मौत की घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस सरइडीह गांव पहुंच गयी थी, लेकिन पुलिस तबतक बैठी रही, जबतक मायकेवाले वहां पहुंच नहीं गये.जब मायके वाले वहां पहुंचे तो आक्रोशित थे.
विवाहिता के जलने का कारण पति व ससुर से पूछा और देखते ही देखते उलझ गये और पिटाई कर दी. पिटाई करनेवालों में महिलाएं भी थीं, पुलिस इस दौरान मूकदर्शक बनी रही. महिलाओं को वहां से हटाने के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी. वे गांव वालों गुजारिश करते रहे. बाद में पुलिस ने वहां से भीड़ को हटाया और शव को कब्जे में लेकर आरोपियों को गिरफ्तार कर बरवाडीह थाने में ले गयी.

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