एनओसी के नाम पर सड़क की गुणवत्ता से हो रहा है समझौता
लातेहार से सरयू होते हुए गारू तक बन रही है सड़क बारिश में सड़क के कई जगह से बहने से खुली गुणवत्ता की पोल घाटी में सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण ठीक से नहीं भरा जा रहा है फ्लैंक सुनील कुमार लातेहार : लातेहार- गारू वाया सरयू मार्ग पिछले सात वर्षों से बन […]
लातेहार से सरयू होते हुए गारू तक बन रही है सड़क
बारिश में सड़क के कई जगह से बहने से खुली गुणवत्ता की पोल
घाटी में सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण ठीक से नहीं भरा जा रहा है फ्लैंक
सुनील कुमार
लातेहार : लातेहार- गारू वाया सरयू मार्ग पिछले सात वर्षों से बन रहा है. इस सड़क का निर्माण वर्ष 2013 तक पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन अब भी आधा से अधिक काम बाकी है. लगभग 53 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन यह पथ औरवाई से सरयू (घाटी का इलाका) होते हुए गुजरेगी. करीब आठ किलोमीटर लंबी इसघाटी में सड़क की चौड़ाई 25.5 फीट है. करीब तीन फीट और पहाड़ी काटने की जरूरत है, ताकि सड़क को पानी से बचाया जा सके.
पहाड़ काटने को लेकर पथ निर्माण विभाग और वन विभाग आमो-सामने है, जिससे इस सड़क की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग रहा है. पिछले दिनों हुई बारिश में यह सड़क घाटी में कई जगह से बह गयी थी. सूत्रों की मानें तो घाटी में सड़क पतली होने के कारण सड़क के किनारे या पुल-पुलिया पर फ्लैंक ठीक से नहीं भरा गया. इस कारण सड़क कमजोर है और बारिश में बह जा रही है.
वन विभाग ने नहीं दिया एनओसी
सड़क का निर्माण करा रही कंपनी एसएनपी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली के कर्मी पप्पू सिंह का कहना है कि घाटी में सड़क की चौड़ाई काफी कम है. तीन मीटर चौड़ाई घाटी के पत्थरों को काट कर बढ़ाने की योजना पारित हुई, लेकिन वन विभाग का एनओसी नहीं मिल पाने के कारण सड़क चौड़ी नहीं हो पा रही है. गुणवत्ता में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी है.
वन विभाग ने अवरोध उत्पन्न किया : कार्यपालक अभियंता
पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता एस एहमद ने कहा कि लातेहार- सरयू-गारू पथ के निर्माण के लिए 53 करोड़ रुपये का प्राक्कलन है. सरयू घाटी में 8.23 मीटर (25.5 फीट) सड़क की चौड़ाई है. बगैर पहाड़ी काटे सड़क पानी से बचाया नहीं जा सकता है. करीब और तीन फीट पहाड़ी काटने की जरूरत है. लेकिन वन विभाग द्वारा इस कार्य में अवरोध उत्पन्न किया गया है, जिस कारण कार्य की प्रगति धीमी है. इसको लेकर वन विभाग ने विभाग के कनीय अभियंता एवं संवेदक पर मुकदमा भी दर्ज कराया था.
कोई भी एनओसी नहीं है लंबित : डीएफओ
डीएफओ डॉ वीएस दुबे ने कहा कि लातेहार-सरयू- गारू पथ की कोई भी एनओसी लंबित नहीं है. सब कुछ तीन महीने पहले क्लीयर किया जा चुका है. यदि कोई कह रहा है कि वन विभाग के कारण निर्माण में बाधा आ रही है तो सरासर गलत है.