मुआवजे की मांग पर प्रखंड कार्यालय पहुंचे ग्रामीण

बरवाडीह : कोयल नदी में आयी बाढ़ से मेराल में कई घर डूब गये हैं. इससे 90 एकड़ में लगी धान एवं मक्का की खेती पूरी तरह से बरबाद भी हो गयी. इस मामले को लेकर शुक्रवार को मेराल गांव से बरवाडीह प्रखंड कार्यालय में मुआवजे की मांग को लेकर रेमन उरांव, अमेरिका सिंह, सिंकदर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2016 1:19 AM

बरवाडीह : कोयल नदी में आयी बाढ़ से मेराल में कई घर डूब गये हैं. इससे 90 एकड़ में लगी धान एवं मक्का की खेती पूरी तरह से बरबाद भी हो गयी. इस मामले को लेकर शुक्रवार को मेराल गांव से बरवाडीह प्रखंड कार्यालय में मुआवजे की मांग को लेकर रेमन उरांव, अमेरिका सिंह, सिंकदर सिंह, हरदीप सिंह, अनिल उरांव, रिमरल उरांव, प्रेमलाल उरांव, संजय उरांव, कमरेश सिंह, बबलू सिंह, कपिलदेव सिंह, सुनेश्वर उरांव समेत कई लोगों ने बताया कि मेराल में कुल 45 घर हैं, जो इस बार बाढ़ में कई घर ध्वस्त हो गये हैं.

इसके साथ–साथ गांव की फसल पूरी तरह से बरबाद हो गयी है. लोगों ने कहा कि हमारे गांव के पास में कुटकू गांव भी बसा हुआ हैं पर वह गांव पलामू जिला में आता हैं और हमलोग लातेहार जिला में आते हैं. लोगों ने कहा कि कुटकू गांववालों का बाढ़ में जितना भी नुकसान हुआ हैं, सभी का मुआवजा मिल गया पर हमलोगों को कुछ भी नहीं मिला.

मेराल के ग्रामीणों ने बताया कि 2011–12 में भी बाढ़ में हमलोगों का कई घर बरबाद हो गया, जिसका मुआवजा आज तक नही मिला हैं.

आवेदन मांगा गया है : सीओ : सीओ राकेश सहाय ने कहा कि मेराल गांव को फॉरेस्ट ने बसाया हैं, जिसका मुआवजा फॉरेस्ट ही देती हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि मैं मुआवजा दिलाने का पूरा प्रयास करूंगा. सीओ ने कहा कि सभी से आवेदन मांगा गया है. आवेदन आने के बाद सभी का रिपोर्ट बना कर जिला को भेज दूंगा.

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