बंद के दौरान 156 प्रदर्शनकारी हिरासत में
सीएनटी एक्ट एवं एसटीपी एक्ट में संशोधन के खिलाफ विपक्षी दलों का झारखंड बंद लातेहार : सीएनटी एक्ट एवं एसटीपी एक्ट में संशोधन के खिलाफ विपक्षी दलों का झारखंड बंद का लातेहार में आंशिक असर रहा. बंद को लेकर विपक्षी दल के लोग शुक्रवार सुबह में ही शहर के बिजली अॉफिस कार्यालय के पास जमा […]
सीएनटी एक्ट एवं एसटीपी एक्ट में संशोधन के खिलाफ विपक्षी दलों का झारखंड बंद
लातेहार : सीएनटी एक्ट एवं एसटीपी एक्ट में संशोधन के खिलाफ विपक्षी दलों का झारखंड बंद का लातेहार में आंशिक असर रहा. बंद को लेकर विपक्षी दल के लोग शुक्रवार सुबह में ही शहर के बिजली अॉफिस कार्यालय के पास जमा हो गये थे. यहां से सड़क मार्च निकालने की तैयारी की जा रही थी. तभी पुलिस पहुंच गयी और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. इसके बाद उन्हें माको डाक बंगला स्थित अस्थायी कैंप जेल में लाया गया. शाम में सभी प्रदर्शनकारियों को छोड़ दिया गया.
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने बिजली अॉफिस कार्यालय के समक्ष नारेबाजी की. मौके पर राजद के पूर्व विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि सरकार सीएनटी एवं एसटीपी एक्ट में संशोधन कर आदिवासी एवं मूलवासी झारखंडियों के साथ अन्याय कर रही है. उन्होंने कहा कि इस संशोधन को वापस लेना होगा. राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मण यादव ने कहा कि झारखंड की सरकार पूंजीपतियों के इशारे पर काम कर रही है. राजद जिला अध्यक्ष सत्येंद्र यादव ने भी सरकार के इस फैसले को वापस लेने की मांग की. झामुमो जिला अध्यक्ष लाल मोतीनाथ शाहदेव ने कहा कि अगर सरकार अपना निर्णय वापस नहीं लेगी, तो आंदोलन तेज किया जायेगा. उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन को किसी भी प्रकार पूंजीपतियों के हाथों में जाने नहीं दिया जायेगा. प्रदर्शनकारियों में भाकपा नेता अयुब खान, माले नेता बिरजू राम व श्रवण पासवान, झामुमो नेता अरुण कुमार दुबे, अशोक कुमार पांडेय, इंद्रदेव उरांव, मानिक गंझू, रवींद्र उरांव, मुखिया गुजर उरांव शामिल थे.
मनिका. 25 नवंबर को विपक्ष द्वारा आहूत बंद को लेकर प्रशासन मुस्तैद था. पुलिस को सूचना मिली कि झामुमो, झाविमो एवं भाकपा -माले द्वारा जाम किया गया है. इसके बाद मनिका थाना पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर जाम खत्म कराया. जाम करनेवाले लोगों को पुलिस मनिका थाने ले आयी. बंद को लेकर बीडीओ शंकराचार्य, सीओ रितेश जायसवाल, थाना प्रभारी योगेंद्र पासवान, सीआरपीएफ सहायक कमांडेंट मोहन सिंह व पुअनि सुभाष कुमार पेट्रोलिंग करते नजर आये. जामकर्ताओं में सत्येंद्र यादव, संदीप राम, एस राम, बच्चन सिंह व एम सिंह उपस्थित थे.
बरवाडीह. बंद समर्थकों ने आंबेडकर चौक मुख्य पथ को जाम कर दिया. बाद में दंडाधिकारी की उपस्थित में बरवाडीह पुलिस ने बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया. राजद के पूर्व जिला अध्यक्ष अजय चंद्रवंशी, प्रखंड अध्यक्ष मो नसीम अंसारी व माले नेता कन्हाई सिंह, कमलेश सिंह ने बंद के समर्थन में जुलूस निकाला. सुबह कुछ दुकानें खुली थीं. मुख्य पथ पर बड़े वाहनों का परिचालन नहीं हुआ.
सरकारी कार्यालय अन्य दिनों की तरह खुले रहे. बंद का बरवाडीह में आंशिक असर दिखा. बंद समर्थकों ने आंबेडकर चौक के पास बरवाडीह -मेदिनीनगर मुख्य पथ को जाम कर दिया. मुख्य पथ जाम की सूचना मिलने पर दंडाधिकारी सह बीडीओ संजय कुमार, सीओ राकेश सहाय, पुलिस पदाधिकारी एके पांडेय पुलिस बल के साथ जाम स्थल पहुंचे. पुलिस ने जाम को हटाने का प्रयास किया, लेकिन जाम नहीं हटाने पर दंडाधिकारी के समक्ष सभी बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया गया.
बंद समर्थकों को शाम को रिहा किया गया : दंडाधिकारी बीडीओ व सीओ ने राजद के पूर्व जिला अध्यक्ष अजय चंद्रवंशी, मो नसीम अंसारी, तेतर यादव, रवींद्र राम, जयप्रकाश रजक, शहीद अंसारी, सुरेश मिश्रा समेत राजद के 23 व माले के कन्हाई सिंह, कमलेश सिंह समेत 13 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. बाद में शाम को सभी को छोड़ दिया गया.
महुआडांड़. शहर के बिरसा चौक पर सुबह से ही जेएमएम, कांग्रेस व राजद प्रखंड अध्यक्ष, सचिव व कार्यकर्ताअों ने जुलूस निकालने की कोशिश की. प्रशासन की सख्ती के कारण वे लोग जुलूस नहीं निकाल पाये. थाना प्रभारी ने कहा कि आप सभी शांतिपूर्ण जुलूस निकाले. रोड जाम करने पर कार्रवाई की जा सकती है.
दिन के दो बजे जेएमएम नेसाद अहमद, जसंवत यादव, हेमंत कुजूर, राजद के रामनेरश ठाकुर, एफ खान, रानू खान, अजीत पाल कुजूर सहित 16 लोगों की गिरफ्तारी हुई. जुलूस आैर जाम को लेकर पुलिस जगह- जगह पर तैनात थी. एसडीओ जगबंधु महथा, डीएसपी ओम प्रकाश तिवारी, सर्किल इंस्पेक्टर बीपी महतो, थाना प्रभारी सुजीत कुमार ने बिरसा चौक पर कैंप किया था. रांची सहित अन्य शहरों के लिए एक भी यात्री बस नहीं चली.