शंकर दयाल की वार्षिक कमाई “70000 करोड़!

चंदवा : चंदवा के सासंग गांव निवासी शंकर दयाल की वार्षिक कमाई 70000 करोड़ रुपये है, वहीं सरोजनगर निवासी हवलदार गुप्ता की वार्षिक आय महज आठ रुपये है. अलौदिया प्रज्ञा केंद्र से यह आय प्रमाण पत्र जारी किया गया है. अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण ऐसी गड़बड़ी हुई है. गौरतलब है कि ऑफलाइन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2016 7:46 AM
चंदवा : चंदवा के सासंग गांव निवासी शंकर दयाल की वार्षिक कमाई 70000 करोड़ रुपये है, वहीं सरोजनगर निवासी हवलदार गुप्ता की वार्षिक आय महज आठ रुपये है. अलौदिया प्रज्ञा केंद्र से यह आय प्रमाण पत्र जारी किया गया है. अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण ऐसी गड़बड़ी हुई है.
गौरतलब है कि ऑफलाइन प्रमाण पत्र बनना बंद हो गया है. जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से ऑनलाइन प्रमाण पत्र बनाये जा रहे हैं. छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया है. कई दिनों से प्रमाण पत्र नहीं बनाया जा रहा था. एकाएक सैकड़ों प्रमाण पत्र बनाने से इस तरह की गड़बड़ी हो रही है.
ऐसा ही एक मामला बुधवार को हुआ था. अलौदिया प्रज्ञा केंद्र में बनाये गये प्रमाण पत्र में गड़बड़ी के कारण बीडीओ, प्रमुख, उप प्रमुख, कर्मचारी व अंचल निरीक्षक जांच के लिये प्रज्ञा केंद्र पहुंचे थे. यहां संचालक ने अपनी गलती मानी थी.
गुरुवार को शंकर दयाल के पुत्र अजीत कुमार और हवलदार गुप्ता के पुत्र राम गुप्ता को प्रज्ञा केंद्र से आय प्रमाण पत्र जारी किया गया. आय प्रमाण पत्र देख दोनों के होश उड़ गये.
अजीत के पिता की वार्षिक आय 70000 करोड़ रुपये का प्रमाण पत्र जारी किया गया था, वहीं राम गुप्ता के पिता की वार्षिक आय महज आठ रुपये का प्रमाण पत्र जारी किया गया था. दोनों छात्र अब इस त्रुटि को दूर करने के लिए आवेदन दिये हैं.
गौरतलब है कि प्रमाण पत्र के लिये आये आवेदन को स्कैन कर प्रज्ञा केंद्र राजस्व कर्मचारी को देते है. यहां से वेरीफाइ कर राजस्व कर्मचारी अंचल निरीक्षक को देते है. यहां अंचल निरीक्षक वेरीफाइ कर अंचलाधिकारी को देते हैं. इसके बाद सीओ उस प्रमाण पत्र में डिजिटल हस्ताक्षर करते हैं.

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