406 श्रमिकों के समक्ष रोटी के लाले
48 दिन से बंद है रैक लोडिंग, मजदूर हताश-निराश शशि शेखर चंदवा : हिंडालको की टोरी अनलोडिंग स्टेशन में 5 जनवरी 2014 से बॉक्साइट रैक लोडिंग बंद है. इसके कारण यहां कार्यरत करीब 406 श्रमिक भुखमरी के कगार पर है. ज्ञात हो कि पूर्व में तीन नंबर प्लेटफार्म के चार नंबर यार्ड से बॉक्साइट का […]
48 दिन से बंद है रैक लोडिंग, मजदूर हताश-निराश
शशि शेखर
चंदवा : हिंडालको की टोरी अनलोडिंग स्टेशन में 5 जनवरी 2014 से बॉक्साइट रैक लोडिंग बंद है. इसके कारण यहां कार्यरत करीब 406 श्रमिक भुखमरी के कगार पर है.
ज्ञात हो कि पूर्व में तीन नंबर प्लेटफार्म के चार नंबर यार्ड से बॉक्साइट का उठाव किया जाता था. नयी लाइन (यार्ड नंबर पाच-छह) बिछाने के बाद बॉक्साइट का उठाव इसी लाइन से ही करना था. माल भी उसी हिसाब से अनलोड किया जा रहा था. अब समस्या यह है कि नई रेलवे ट्रैक (690 मीटर) तो बिछा दी गयी पर स्टोन मेटल लाइन के बीच में नहीं डाला गया है.
इस कारण इस लाइन पर रेल का परिचालन नहीं किया जा सकता है. फलत: रैक लोडिंग प्रभावित है. प्रति माह करीब 20 रैक बॉक्साइट रेनुकूट भेजा जाता था. रेल को इससे प्रति रैक करीब 20 लाख रुपये बतौर भाड़ा प्राप्त होता था.
48 दिन से रैक लोडिंग नहीं होने के कारण रेलवे को करीब 10 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान हुआ है. वहीं हिंडालको की टोरी साइडिंग में नयी रेल लाइन बिछने व डिस्पैच नहीं होने के कारण बाक्साइट का भंडारण मुश्किल हो गया है. ट्रक अनलोडिंग भी बंद होने की आशंका बढ़ गयी है. ट्रक से बॉक्साइट अनलोडिंग में 600 व रैक लोडिंग में करीब 406 मजदूर लगे हैं. अगर ट्रक अनलोडिंग बंद हो गयी, तो 600 और मजदूर से भी रोजगार छिन जायेगा. लाइन नहीं बनने से लोगों के आने-जाने में परेशानी हो रही है.