कैसा हो सांसद विषय पर युवाओं ने कहा
जिले में एक भी सरकारी महाविद्यालय नहीं है
लातेहार : आदिवासी बहुल लातेहार जिला आजादी के 60 वें दशक के बाद भी बुनियादी सुविधाओं से महरूम है. आज भी जिले में एक भी सरकारी महाविद्यालय नहीं है. विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव में लोगों को मामूली इलाज के लिए बाहर का रुख करना पड़ता है. क्षेत्र में एक भी कल कारखाना नहीं है.
पलायन एवं बेरोजगारी चरम पर है. यह सही है कि लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों पर लड़ी जाती है, लेकिन लातेहार के लोग खास कर युवा वर्ग यह चाहता है कि क्षेत्रीय समस्याओं की अनदेखी नहीं की जाये. चुनावी चौपाल में प्रभात खबर ने युवाओं की नब्ज टटोलने की कोशिश की.