बेतला नेशनल पार्क में जानवरों के लिए पर्याप्त पानी मौजूद

सफल होती दिख रही है वन विभाग की रणनीति

By Prabhat Khabar News Desk | June 1, 2024 8:55 PM

बेतला. वर्तमान समय में पड़ रही भीषण से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक का तापमान इन दिनों बेतला नेशनल पार्क के इलाके में बना हुआ है. ऐसे में बेतला नेशनल पार्क के वन्यजीवों को भी परेशानी हो रही है. जानवर घने जंगल के बीच पेड़ की छांव में बैठे हुए दिख रहे है. हालांकि पानी की समस्या से निबटने के लिए वन विभाग द्वारा बनायी गयी रणनीति इस बार सफल होती दिख रही है, इसलिए प्रचंड गर्मी में भी जंगली जानवरों का भटकाव जंगल से बाहर की ओर बहुत कम हो रहा है. वन विभाग द्वारा दावा किया जा रहा है कि बेतला नेशनल पार्क के अंदर मौजूद हजारों हिरण, बंदर सहित सैकड़ों प्रकार के वन्य जीवों के लिए पर्याप्त जल मौजूद है. पेयजल की समस्या न हो इसे देखते हुए टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है. बेतला नेशनल पार्क में जगह-जगह पर बने सीमेंटेड वाटर टैंक में टैंकर से पानी भरा जा रहा है. जंगली जानवर पानी पीने के लिए सीमेंटेड टैंक तक पहुंच रहे हैं. बेतला नेशनल पार्क में करीब 6000 हिरण मौजूद हैं. वहीं इतने ही संख्या में बंदर व लंगूर भी मौजूद हैं. इसके अलावा 70 के आसपास बायसन व सैकड़ोें की संख्या में वाइल्ड मोर, एक दर्जन हाथी सहित कई प्रकार के पक्षी मौजूद हैं.

सोलर पंप की मदद से हो रही है जलापूर्ति

बेतला नेशनल पार्क सहित पूरे पलामू टाइगर रिजर्व में वन्य प्राणियों को सोलर पंप की मदद से भी जलापूर्ति की जा रही है. पूरे दिन पानी के बहाव होने से जंगली जानवरों को प्राकृतिक जलाशय का एहसास दिला रहा है. वहीं टैंकर द्वारा जलापूर्ति करने में कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है. जंगल में जगह-जगह पर बने सीमेंटेड वाटर टैंक का पानी गर्म हो जाता है. इतना ही नहीं जब घने जंगल में टैंकर ले जाया जाता है, तो जानवरों के आराम में व्यवधान होता है. पानी गर्म हो जाने के कारण जानवर पीना नहीं चाहते हैं. ऐसे में सोलर पंप काफी कारगर साबित हो रहा है. इसके कारण जंगली जानवरों को प्राकृतिक रूप से पानी मिलने का एहसास हो रहा है.

क्या कहते हैं रेंजरबेतला नेशनल पार्क के रेंजर शंकर पासवान ने कहा कि बेतला नेशनल पार्क में प्रचंड गर्मी के बीच भी जल संकट नहीं है. जंगली जानवरों को पीने के लिए पर्याप्त पानी मौजूद है. युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है, ताकि जंगली जानवरों को चारा और पानी की समस्या न हो. वर्तमान समय में जंगल के सभी जलाशयों में पर्याप्त मात्रा में पानी मौजूद है.

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