बारिश से बदली बेतला नेशनल पार्क की फिजा
नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) निर्देश पर मॉनसून और वन्यजीवों के प्रजनन काल को देखते हुए बेतला नेशनल पार्क में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है.
बेतला. नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) निर्देश पर मॉनसून और वन्यजीवों के प्रजनन काल को देखते हुए बेतला नेशनल पार्क में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है. इसका सकारात्मक असर वन्य जीवन पर देखने को मिल रहा है. वन अधिकारियों ने बताया कि बेतला नेशनल पार्क में जंगली जानवरों की संख्या में इस बार काफी वृद्धि हुई है. हिरण, बंदर व लंगूर की संख्या बढ़ी है. इसी तरह तेंदुआ सहित अन्य वन्यजीवों और पक्षियों की संख्या में भी बढ़ोतरी के संकेत मिल रहे हैं. गौरतलब है कि बारिश का मौसम जंगली जानवरों के लिए प्रजनन का समय होता है, इसलिए इनकी संख्या में वृद्धि का यह उपयुक्त समय माना जाता है. पार्क में नो इंट्री लगाये जाने के पीछे यही कारण होता है. जंगल में प्रवेश करने के बाद यदा-कदा दिखने वाला बाइसन भी बड़ी संख्या में दिख रहे है. इस बार अच्छी बारिश होने के कारण जंगल की हरियाली देखते ही बन रही है. जंगल हरा-भरा दिख रहा है.
30 सितंबर तक है नो एंट्री
बेतला नेशनल पार्क में एक जुलाई से 30 सितंबर तक तीन महीने के लिए नो इंट्री है. पर्यटकों के लिए एक अक्तूबर से बेतला नेशनल पार्क पुनः खोला जायेगा. रेंजर शंकर पासवान ने कहा कि वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए सभी वन कर्मियों को अलर्ट कर दिया गया है. हालांकि वनरक्षियों के हड़ताल पर रहने से थोड़ी परेशानी हो रही है, फिर भी जो मैनपावर है, उसके मुताबिक जंगली जानवरों की सुरक्षा की जा रही है.
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