चंदवा : भूमि पट्टा, टाना पेंशन, छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट में मिले अधिकारों को लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर सैंकड़ों टाना भगतों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत चंदवा के टोरी में विरोध प्रदर्शन किया. लातेहार, चतरा, गुमला, लोहरदगा, पलामू, रांची, सिंहभूम व मांगभुम जिले के टाना भगत रविवार की शाम सवा पांच बजे टोरी में रेलवे ट्रैक पर बैठ विरोध प्रदर्शन करने लगे. इस कारण मालगाड़ी का परिचालन प्रभावित है. वहीं, गुमला से आ रही टाना भगतों की एक टोली चंदवा थाना के सामने एनएच पर बैठ गये. देर रात तक लोग एनएच व रेलवे ट्रैक पर बैठे थे. देर शाम तक एसडीओ व एसडीपीओ समेत अन्य पदाधिकारी उन्हें मनाने में जुटे थे.
उल्लेखनीय है कि टाना भगत समुदाय ने मांगों को लेकर टोरी जंक्शन पर दो सितंबर को रेल मालगाड़ी रोकने की घोषणा की थी. इसके बाद रेलवे व जिला प्रशासन ने मिलकर टाना भगत समुदाय के लोगों को स्टेशन तक पहुंचने से रोकने की पूरी तैयारी की थी.
बालूमाथ-खलारी मार्ग पर दिया धरना : इधर बालूमाथ की ओर से चंदवा आ रहे टाना भगत समुदाय के लोगों को बालूमाथ पुलिस ने रोका. इसके बाद टाना भगतों ने बालूमाथ-खलारी मार्ग स्थित मारंगलोइया पुलिस पिकेट के समीप सड़क जाम कर दी और वहीं धरना पर बैठ गये. धरना देनेवालों में महिलाएं और बच्चे भी थे. करीब पांच घंटे लोग यहां जमे रहे. इसके बाद लौट गये.
सरकारों ने नहीं सुनी कोई मांग : टाना भगत समुदाय के लोगों ने कहा कि कई सरकारें आयी व गयीं, पर उनकी मांगों को किसी ने नहीं सुना. टाना भगत राष्ट्रीय धरोहर हैं. देश की आजादी में उनका बहुमूल्य योगदान है. जमीन संबंधी धोखाधड़ी और खनन संबंधी मामलों में झूठे मुकदमों में फंसा कर उनको मूल जमीनी हक से दूर किया जा रहा है. झारखंड का खजाना बाहर भेजा जा रहा है. यह बर्दाश्त नहीं है. भूमि पट्टा व टाना पेंशन की मांग वह लोग वर्षों कर रहे है.
विरोध प्रदर्शन में गुमला, लोहरदगा, कुडू, हजारीबाग, पलामू, रांची, सिंहभूम व मांगभुम जिले के टाना भगत जुटे थे
क्या है मांग
टाना भगतों को भूमि पट्टा मिले, टाना पेंशन दी जाये
छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट में मिले अधिकारों को लागू किया जाये
जल,जंगल, जमीन का दोहन बंद हो, झारखंड की संपदा को बाहर नहीं भेजा जाये
जमीन संबंधी धोखाधड़ी व खनन संबंधी झूठे मुकदमा हटाये जायें
Post by : Pritish Sahay