Jharkhand Naxal News : झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ लंबे समय तक नक्सलियों का सुरक्षित ठिकाना रहा है, लेकिन लातेहार, गढ़वा और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ को माओवादियों से मुक्त कराने के लिए लातेहार पुलिस ने कमर कस ली है. बूढ़ा पहाड़ की तलहटी में बसे लातेहार जिले के तिसिया और नावाडीह गांव में पुलिस पिकेट स्थापित कर पूरी तरह से माओवादी गतिविधियों पर ब्रेक लगाने में पुलिस प्रशासन जुट गया है. इसके लिए बूढ़ा नदी पर पुलिया बनायी जा रही है.
पुलिया से आवागमन होगा आसान
बूढ़ा पहाड़ जल्द ही माओवादियों से मुक्त हो जायेगा. लातेहार पुलिस ने इनके सुरक्षित ठिकाने को तबाह करने की कोशिश शुरू कर दी है. वहां पहुंचने की राह आसान बनाने के लिए पुलिस ने पुलिया का निर्माण करना शुरू कर दिया है. लातेहार जिले के तिसिया और नावाडीह गांव से होते हुए पुलिस बूढ़ा पहाड़ पहुंचेगी. आवागमन को सुगम करने को लेकर लातेहार एसपी अंजनी अंजन के नेतृत्व में बूढ़ा नदी पर पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है.
बूढ़ा नदी को पार करना होगा आसान
आपको बता दें कि लातेहार जिले के तिसिया और नावाडीह पहुंचने से पहले बूढ़ा नदी को पार करना पड़ता है. बरसाती और पथरीली नदी होने के कारण वाहनों का आवागमन इस रास्ते पर मुश्किल होता है. बारिश के दौरान नदी को पैदल पार करना भी काफी कठिन होता है. इससे निबटने के लिए लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बूढ़ा नदी पर सीमेंटेड पाइप और बालू से भरे बोरे के सहारे पुलिया निर्माण का कार्य आरंभ करवाया है. पुलिया निर्माण कार्य के समय एसपी खुद निर्माण स्थल पर मुस्तैद दिखे. अपनी देखरेख में उन्होंने पुलिया निर्माण का कार्य शुरू करवाया.
रिपोर्ट : वसीम अख्तर, महुआडांड़, लातेहार