लातेहार. शुक्रवार को 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिले भर में योग दिवस मनाया गया. स्कूलों, स्टेडियम और गांवों में सुबह होते ही योग के लिए लोग पहुंचने लगे. जिला प्रशासन द्वारा जिला खेल स्टेडियम में योग शिविर का आयोजन किया गया. मौके पर उप विकास आयुक्त सुरजीत कुमार सिंह ने कहा कि इस योग शिविर का मुख्य उद्देश्य न केवल लोगों को योग के विभिन्न आसनों, क्रियाओं व प्राणायामों के बारे में जानकारी देना और योगाभ्यास कराना है, बल्कि इसे अधिक-से-अधिक घरों तक नियमित दिनचर्या के रूप में पहुंचाना भी है. हमें इस योग दिवस पर नियमित योग करने का संकल्प लेना चाहिए. मनुष्य के सर्वांगीण विकास के लिए नियमित रूप से योग करना आवश्यक है. योग शिविर में कपाल भाती, अनुलोम-विलोम, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन त्रिकोणासन, प्रानोध्यान सहित कई अन्य योग का अभ्यास कराया गया. इस दौरान जिला स्तरीय पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, छात्र-छात्राओं व स्थानीय लोगों ने योगाभ्यास कर स्वस्थ रहने का संकल्प लिया. इधर, सीआरपीएफ 11वीं बटालियन कैंप में योग दिवस पर नेहरू युवा केंद्र लातेहार द्वारा योग स्वयं व समाज के लिए विषय पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. मौके पर कमांडेंट वेद प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि योग शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान माना जाता है. इसका इतिहास पांच हजार साल से भी ज्यादा पुराना है. योग भारतीय संस्कृति से जुड़ा है, जो अब विदेशों में भी अपनाया जा रहा है. इस अवसर पर द्वितीय कमान अधिकारी जुगल किशोर, उप कमांडेंट प्रणव आनंद, नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी कंचन कुमारी, सीआरपीएफ के जवान सहित कई स्कूलों के विद्यार्थी मौजूद थे.
हमने पूरे विश्व को योग का ज्ञान दिया : समिति
चंदवा. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर शुक्रवार को प्रखंड के विभिन्न स्थानों पर योग शिविर लगा. प्लस टू हाइस्कूल, खेल स्टेडियम, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंदवा, थाना परिसर, बालिका उच्च विद्यालय, ग्रीन फील्ड एकेडमी, सरस्वती कोचिंग सेंटर सहित अन्य संस्थानों में योग शिविर का आयोजन किया गया. यहां योग प्रशिक्षकों द्वारा योगाभ्यास कराया गया. साथ ही योग से होनेवाले लाभ की जानकारी दी गयी. पतंजलि योग समिति के प्रमोद दुबे ने कहा कि हमने पूरे विश्व को योग का ज्ञान दिया है. यह हमारे लिये गर्व की बात है. आज संपूर्ण विश्व इसे आत्मसात कर रहा है. आज ही के दिन 2015 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसे अतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया था. अप्राप्त को प्राप्त करना व प्राप्त की रक्षा करना ही योग है. इस अवसर पर प्रशिक्षक डाॅ अनिल, डॉ अखिलेश प्रसाद, दिनेश प्रसाद सहित बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है