बालूमाथ़ विस्थापित-प्रभावित ट्रक ओनर एसोसिएशन की मांग जायज है. विस्थापित-प्रभावित ट्रक मालिकों के पास रोजगार का मुख्य साधन ट्रक ही है, इसलिए 25 हजार टन कोयला का उठाव ट्रक मोड से होना चाहिए. अगर सीसीएल ने स्थानीय लोगों की मांग को पूरा नहीं किया, तो मैं गमछा बिछाकर स्थानीय लोगों के साथ धरना पर बैठ जाऊंगा. उक्त बातें सांसद कालीचरण सिंह ने कही. वे मगध कोलियरी परिसर में विस्थापित-प्रभावित ट्रक ओनर एसोसिएशन द्वारा जारी अनिश्चितकालीन धरना में पहुंचे थे. उन्होंने मगध के महाप्रबंधक नृपेंद्रनाथ से कहा कि स्थानीय लोगों की बदौलत ही मैं यहां का सांसद हूं. स्थानीय लोगों के हितों की रक्षा मेरी प्राथमिकता है. ट्रक मालिक वर्ष 2018 का निर्धारित भाड़ा की मांग रहे है, इसमें गलत क्या है. कामेश्वर राम ने कहा कि निर्धारित भाड़ा लागू करने की लड़ाई हम लड़ रहे हैं. विस्थापित-प्रभावित ट्रक मालिकों द्वारा जो सूची बनायी गयी है, उसके आधार पर ही ट्रकों का सीसीएल द्वारा फॉर्मेट निर्गत करने की मांग की जा रही है. विस्थापित नेता चेतलाल रामदास ने कहा कि जीएम मगध द्वारा ग्रामीणों को लिखित आश्वासन दिया गया था कि 25 हजार टन कोयला का उठाव ट्रक मोड से होगा, पर इसके विपरीत इसका उठाव हाइवा से हो रहा है. इस अवसर पर परियोजना पदाधिकारी एस सत्यनारायण, त्रिवेणी साव, सत्यनारायण साव, कुलदीप यादव, कमलेश सिंह, सुनील यादव, नरेश यादव, नामेश्वर गुप्ता, दिलीप कुमार, मिथुन साव, रंजीत यादव, राजेश राम, गंगेश्वर यादव, शंभु साव, अभिनव कुमार, अमन सिन्हा, मदन साव, मो. कल्लू, मुकेश राम, मो.शमद, रंजीत गुप्ता, मो.शामिल, हनी खान, दिलीप पासवान, गोविंद यादव, पंकज सिन्हा, विनय कुमार, सोनू कुमार, आशीष कुमार, राजेन्द्र राम, खुशियाल साव, अरुण केसरी, पंकज केसरी, बबलू चौरसिया, मोनू कुमार, पाली उरांव समेत अन्य लोग मौजूद थे.
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