तुवेद कोलियरी से कोयले की ढुलाई ठप, सड़क पर वाहनों की कतार
सदर प्रखंड के तुवेद गांव में डीवीसी की ओर से संचालित कोलियरी से कोयला की ढ़ुलाई 24 घंटे से बंद है.
लातेहार. सदर प्रखंड के तुवेद गांव में डीवीसी की ओर से संचालित कोलियरी से कोयला की ढ़ुलाई 24 घंटे से बंद है. 20 नवंबर की रात उग्रवादी संगठन जेपीसी के उग्रवादियों ने पांच हाइवा को आग के हवाले कर दिया था. वहीं कई हाइवा के चालकों के साथ मारपीट की थी. इससे आक्रोशित होकर चालकों ने सुरक्षा और बीमा की मांग को लेकर कोयला ढ़ुलाई ठप कर दिया. नेवाड़ी के खेल मैदान में हाइवा चालकों ने प्रदर्शन किया और कंपनी से सुरक्षा और बीमा की मांग की. हालांकि कंपनी के प्रतिनिधियों ने हाइवा चालकों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वार्ता विफल रही. हाइवा चालक अपनी मांगों पर अड़े हुए थे. चालकों की हड़ताल के कारण सड़क पर दोनों ओर दर्जनों हाइवा खड़े हैं.
क्या है मांगें:
हाइवा चालकों ने मांग पत्र देकर चालक की मौत होने पर तत्काल मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपया मुआवजा देनेस प्रतिमाह 15 हजार रुपया पेंशन, चालक के घायल होने पर इलाज का सारा खर्च और दिव्यांग होने पर आश्रितों को प्रतिमाह 10 हजार रुपया पेंशन देने की मांग की गयी है. इसके अलावा 24 घंटे के स्थान पर आठ घंटा ही वाहनों के परिचालन की बात कही. मौके पर चालक संघ के अध्यक्ष मो तौहिद आलम, सचिव मो साबिर अंसारी, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र उरांव, सुरेश सिंह, रफीक अंसारी, वसीम अंसारी, जय सिंह, रामू यादव, अरविंद सिंह, मो मुंतजीर, शिव प्रसाद सिंह, मुकन जायसवाल, कुलदीप यादव, पिंटू यादव, गोपाल दास, जमीर अंसारी व अमलेश कुमार समेत कई चालक व ग्रामीण उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है