लातेहार. जिले के महुआडांड़ प्रखंड के महुआडांड़ पंचायत में अबुआ आवास के लाभुकों के चयन में बरती गयी अनियमितता की जांच शुरू कर दी गयी है. उपायुक्त गरिमा सिंह के निर्देश पर बीडीओ अमरेन डांग ने जांच कमेटी बनाया है. जिसमें ग्राम सेविका प्रिसकिला खलखो, पंचायती राज के प्रखंड समन्वयक उदय प्रसाद गुप्ता व उच्च वर्गीय लिपिक सुरेंद्र बृजिया व कनीय अभियंता शामिल हैं, लेकिन जांच कमेटी द्वारा दस दिन बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट अब तक नहीं सौंपी गयी है. वहीं बीडीओ ने अबुआ आवास के कार्य मे रूचि नहीं लेने तथा कार्य में लापरवाही बरतने के मामले मे संबंधित पंचायत के पंचायत सेवक योगेंद्र प्रसाद गुप्ता के खिलाफ अग्रेतर कार्रवाई के लिए लातेहार उपायुक्त को पत्र लिखा है. ज्ञात हो कि आरटीआई से मांगी रिपोर्ट में अबुआ आवास के लाभुक के चयन में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरते जाने का खुलासा हुआ है. वर्ष 2023-24 में 52 अबुआ आवास महुआडांड़ पंचायत में आवंटित किया गया था. जिसमें एसटी के लिए 12, एसी के लिए 5, ओबीसी के लिए 20, जेनरल के लिए 9 और अल्पसंख्यक के लिए 6 शामिल है. जिन्हे आवास दिया गया है उनमे गौरी देवी पति महेंद्र प्रसाद सिपाही है, संगीता सिंह पति जीतेन्द्र सिंह सीआरपीएफ के जवान है, अशर्फी यादव पति मुखन यादव मूल रूप से दूरूप पंचायत के निवासी है, लक्ष्मी देवी पती भोला साव दो पक्का मकान है, अरसी खातुन पति शेर मोहम्मद पेशे से डाक्टर फैज, आशा देवी पति बसंत प्रसाद पंचायत अंमवाटोली निवासी है तथा अनिता देवी, जुलेखा बीबी, देवमुनी देवी इन्हें पूर्व में आवास का लाभ मिल चुका है. क्या कहते है अधिकारी: इस संबंध में डीडीसी सुरजीत सिंह ने कहा कि महुआडांड़ प्रखंड विकास पदाधिकारी से अबुआ आवास के लाभुकों के चयन में गड़बडी की पूरी रिपोर्ट मांगी गयी है. रिपोर्ट के आधार पर इसमे शामिल सभी दोषी कर्मी पर कार्रवाई की जायेगी.
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