सैकड़ों चमगादड़ों की मौत, जांच में जुटा पशुपालन व वन विभाग

रांकीकाला पंचायत के कोईली गांव स्थित देवस्थान में पिछले दो-तीन दिन में सैकड़ों की संख्या में चमगादड़ों की मौत हो गयी है

By Prabhat Khabar News Desk | May 31, 2024 9:05 PM

मनिका.

प्रखंड अंतर्गत रांकीकाला पंचायत के कोईली गांव स्थित देवस्थान में पिछले दो-तीन दिन में सैकड़ों की संख्या में चमगादड़ों की मौत हो गयी है. देवस्थान में पिछले कई वर्षों से भारी संख्या में चमगादड़ अपना डेरा जमाये हुए हैं. ग्रामीण शंकर दुबे ने बताया कि बहुत पहले से इस देवस्थान में चमगादड़ आते रहे हैं, लेकिन इस वर्ष भीषण गर्मी से बड़ी संख्या में चमगादड़ों की मौत हो रही है. देवस्थान में काफी संख्या में चमगादड़ जमीन पर मरे पड़े मिले. वहीं कुछ मरे हुए चमगादड़ पेड़ की टहनियों से लटक रहे थे. चमगादड़ी की मौत की सूचना मिलने पर वन विभाग व पशुपालन विभाग की टीम कोईली गांव पहुंची. पशु चिकित्सक डाॅ नरेश प्रसाद ने मृत चमगादड़ों का सैंपल लिया, ताकि चमगादड़ों की मौत के कारणों का पता लगाया जा सके. पशु चिकित्सक ने लोगों को मरे हुए चमगादड़ों को नहीं छूने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही चमगादड़ों की मौत का कारणों का पता चल सकेगा. वन विभाग ने मृत चमगादड़ों को इकट्ठा कर जला दिया है, ताकि गांव में किसी प्रकार का बीमारी नहीं फैले. इस अवसर पर रेंजर ठाकुर पासवान, मथुरा उरांव सहित वन विभाग के कई कर्मी उपस्थित थे.

मृत चमगादड़ों के पास नहीं जाने की हिदायत

चंदवा. झारखंड में लगातार कई स्थानों से बड़ी संख्या में चमगादड़ों की मौत की खबर सामने आ रही है. चंदवा प्रखंड भी इससे अछूता नहीं है. यहां भी बड़ी संख्या में चमगादड़ों की मौत का मामला सामने आया है. शुक्रवार की सुबह प्रखंड मुख्यालय स्थित पथ निर्माण विभाग के विश्रामागार परिसर में बड़ी संख्या में चमगादड़ मृत पाये गये. चमगादड़ों की मौत की खबर सुनकर यहां लोगों की भीड़ जमा हो गयी. अलग-अलग स्थान पर दर्जनों मृत चमगादड़ पड़े थे. बताते चले कि विश्रामागार परिसर में लिप्टस के कई बड़े-बड़े पेड़ हैं. यहां कई दशक से चमगादड़ रहते आ रहे हैं. यहां कभी इनकी संख्या कम नहीं हुई. कुछ स्थानीय लोग इसे खाते भी है. दिन में कभी भी गुलेल से चमगादड़ को मारकर गिराने वाले लोग यहां दिख जायेंगे. चमगादड़ों की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन ग्रामीणों की माने तो इस वर्ष पड़ रहे प्रचंड गरमी के कारण ही इनकी मौत हुई होगी. वन विभाग ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से मृत चमगादड़ों के पास नहीं जाने की हिदायत दी है. इसके संपर्क में आने से गंभीर बीमारियों के शिकार होने के खतरों को देखते हुए यह एडवायजरी जारी की गई है.

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