दिव्यांगता अभिशाप नहीं है : बीइइओ
राजकीय बालक मध्य विद्यालय सभागार में शुक्रवार को समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 से संबंधित उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया.
चंदवा. राजकीय बालक मध्य विद्यालय सभागार में शुक्रवार को समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 से संबंधित उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. उद्घाटन मुख्य अतिथि बीइइओ राजश्री पुरी, डीडीओ केदार महतो, बीपीओ सुबोध कुमार चंदेल, शिक्षक गणेश पासवान, पत्रकार गौरव दुबे व अनीश कुमार ने किया गया. मौके पर बीइइओ ने कहा कि दिव्यांगता अभिशाप नहीं है. यह विकास के लिए कभी बाधक नहीं बन सकता. दिव्यांगजनों ने समाज में कई आदर्श स्थापित किये हैं. हमें दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष तौर पर सोचने व ध्यान देने की जरूरत है, ताकि उन्हें भी समाज में बराबरी का अधिकार मिले. शिक्षक प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि हाल ही में संपन्न पैरालंपिक खेलकूद में भारत के दिव्यांगजनों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर विश्व में भारत का नाम रोशन किया है. सामान्य ओलंपिक के खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन कर अधिक पदक जीत कर दिखाया है. ऐसे बच्चों में हमें वह शक्ति व प्रतिभाएं जांचने की जरूरत है, ताकि उन्हें समाज के उत्कृष्ट स्थान तक पहुंचा जा सके. शिक्षक गणेश पासवान ने कहा कि जिले में दिव्यांगाें के लिए विशेष विद्यालय की व्यवस्था नहीं है. ब्रेल लिपि से शिक्षा के लिए विद्यालय की जरूरत पर बल दिया. डीडीओ ने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए यह उन्मुखी कार्यक्रम लाभदायक होगा. सभी शिक्षकों को ऐसे विशेष बच्चों को ध्यान देकर आगे लाने की जरूरत है. इस अवसर पर बीआरपी प्रतीक सिन्हा, शिक्षक उदय चरण भारती, संजय कुमार, विजय कुमार, रीता गुप्ता, अनामिका कुमारी, मनोज सिंह, विजय राम, ईश्वर मिस्त्री, सोमर उरांव सहित बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद थे.
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