लातेहार. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर योजना एवं विकास विभाग द्वारा प्रभारी जिला योजना पदाधिकारियों का तबादला 22 अगस्त को कर दिया गया है. करीब 11 जिलों के पदाधिकारियों का तबादला किया गया है, जिसमें लातेहार के जिला योजना पदाधिकारी संतोष कुमार भगत भी शामिल है. इनका तबादला करते हुए इन्हें रामगढ़ जिले का योजना पदाधिकारी बनाया गया है. तबादला के 11 दिन बीत जाने के बाद भी संतोष भगत लातेहार में ही जमे हुए है. सबसे दिलचस्प बात यह है कि तबादला की अधिसूचना जारी होने के बाद भी इन्होंने जिले भर में करीब सात निविदा भी निकाल दी है, जिसके कारण सवालिया निशान भी उठाना शुरू हो चुका है. आखिरकार क्या कारण है जो संतोष भगत अपने स्थानांतरित जिला रामगढ़ न जाकर लातेहार में ही टिके हुए है, जबकि अधिसूचना जारी होने के बाद इसे तत्काल प्रभाव से लागू करने की बात लिखी हुई है. वहीं इस मामले में पूर्व विधायक प्रकाश राम ने कहा कि विभाग को इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए. तबादला होने के बाद भी इतने दिनों तक टिके रहना मतलब दाल में कुछ काला प्रतीत होता है. प्रकाश राम ने कहा कि तबादला के बाद निकाले जा रहे टेंडर पर भी विभाग एक्शन ले कही इसमें कोई गड़बड़ी तो नहीं है. पूर्व विधायक ने पूरे मामले को वरीय अधिकारियों के संज्ञान में लाने की बात कही है.
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