लातेहार. राष्ट्रीय उच्च पथ (एनएच-75) पर सदर प्रखंड के डुडंगी-होटवाग मार्ग पर पुल के पास बने डायवर्सन के बह जाने से सोमवार को इस पथ पर लगभग एक घंटे यातायात प्रभावित हुआ. पिछले तीन दिन से यहां बारिश हो रही है. रविवार रात अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे पानी डायवर्सन के ऊपर से बहने लगा. कुछ ही देर में डायवर्सन का एक हिस्सा भरभरा कर गिर गया. सूचना मिलने पर लातेहार पुलिस ने इस पथ पर एहतियात के तौर पर वाहनों का परिचालन रोक दिया. हालांकि, सोमवार की सुबह डायवर्सन की मरम्मत का काम विभाग द्वारा शुरू कर दिया गया. इस दौरान यात्री बस व अन्य वाहनों को पास ही बने पुल से सावधानीपूर्वक पार कराया गया. उक्त पुल विगत कुछ महीने पहले क्षतिग्रस्त हो गया था. पुल का पिलर धंस गया है. एनएच विभाग द्वारा स्टैंड देकर पुल को खड़ा किया है. भारी वाहनों के परिचालन के लिए पुल के पास एक डायवर्सन का निर्माण कराया था, जो रविवार रात भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हो गया. इधर, लगातार बारिश से शहर के कई मोहल्लों में पानी घुस गया है. गारू-मेदनीनगर मुख्य सड़क पर पेड गिरने से आवागमन प्रभावित रहा. नेतरहाट मुख्य मार्ग कुहासे से ढक गया है. वहीं बरवाडीह प्रखंड में सभी नदियां उफान पर हैं. सकताही नदी में बाढ़ आ गयी है.
बारियातू व बालूमाथ में बारिश का कहर
बारियातू/बालूमाथ. भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. लोग अपने घरों में कैद हो गये है. बारियातू प्रखंड के टोंटी व साल्वे गांव में रविवार शाम बारिश ने भारी तबाही मचायी. कई कच्चे घर, चहारदीवारी व पेड़ जमींदोज हो गये. जुठाटांड़ निवासी मो सलामत अंसारी के घर की दीवार गिरने से उनकी पत्नी फातमा खातून घायल हो गयी. वहीं गुरु साल्वे में रामजु उरांव का घर गिर गया. इटके गांव में जागो राम व मो इरफान का खपरैल घर, इटके स्थित कब्रिस्तान की चहारदीवारी व मो आजम के घर की चहारदीवारी गिर गयी. भवानी गंझू के घर की चाहरदीवारी, गोशाला, सागवान के 20 पेड़ व एक एकड़ में लगी टमाटर और मक्के की फसल बारिश की भेंट चढ़ गयी. जुठाटांड़ में लगी सोलर जलमीनार की प्लेट आंधी-बारिश से उड़ गयी. उधर, बालूमाथ प्रखंड में भी जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बालूमाथ में 72 घंटे से बिजली गुल है. चितरपुर गांव के समीप पेड़ की टहनी गिरने से बाइक सवार रोशन लोहरा घायल हो गया. बसिया पंचायत के कुकुरभूका गांव में संजय कुमार व उमेश ठाकुर का खपरैल मकान ध्वस्त हो गया. लगातार बारिश ने टमाटर की खेती को नुकसान पहुंचाया है. किसानों ने कहा कि टमाटर का पौधा जितना लगाया गया था, उसका 80 फीसदी पौधा गल गया है. लोगों ने बिजली विभाग से जल्द बिजली बहाल करने की मांग की है.
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