Jharkhand news, Latehar news : मनिका (लातेहार) : लगातार बारिश से लातेहार जिला के जान्हो एवं मतनाग पंचायत को जोड़ने वाली मैला नदी उफान पर है. लगातार बारिश के कारण मैला नदी में पुल के ऊपर पानी बह रही है. पानी का बहाव इतना तेज है कि बुधवार को एक बड़ा हादसा होने से टला. पानी के तेज बहाव में एक सवारी गाड़ी आ गयी. सवारी गाड़ी बहती इससे पहले ही ड्राइवर सहित 4 यात्रियों ने कूद कर जान बचायी. वहीं, दूसरी ओर औरंगा और जायत्री नदी का जलस्तर बढ़ने से जनजीवन प्रभावित हो गया है. इसके अलावा लगातार बारिश ने शहर की सड़कों का पोल खोल दिया है. बारिश के कारण थाना चौक (एनएच-75) के पास सड़क गड्डों में तब्दील हो गया है.
मनिका प्रखंड के जान्हो एवं मतनाग पंचायत को जोड़ने वाली मैला नदी में बरवैया गांव से मनिका जा रही एक सवारी गाड़ी बहते-बहते बची है. हालांकि, सवारी गाड़ी में बैठे यात्री एवं ड्राइवर बाल-बाल बच गये. सवारी गाड़ी छलका के एक किनारे पर घंटों तक फंसी रही. फिर इसे किसी तरह से बाहर निकाला गया. मालूम हो कि उक्त नदी में पूर्व में भी कई वाहन बह चुके हैं. पिछले दिनों जान्हो के पोस्टमास्टर मनिका जाने के क्रम में अपनी बाईक समेत नदी की तेज धारा में बह गये थे. बाद में उन्हें ग्रामीणों द्वारा किसी प्रकार बचाया गया था. वहीं, पिछले साल भी यहां एक सवारी गाड़ी बह गयी थी. इस दौरान भी सवारी गाड़ी में बैठे यात्री गाड़ी की छत पर चढ़ कर किसी प्रकार अपनी जान बचायी थी. लोगों का कहना है कि बरसात के दिनों में इस नदी में पानी का तेज बहाव रहता है और पानी छलका के ऊपर आ जाता है. ऐसे में यहां दुर्घटनाएं अक्सर घटती है. स्थानीय लोगों ने यहां पुल का निर्माण कराने की मांग जिला प्रशासन से किया है.
Also Read: बड़कागांव के कारतरी नदी पर पुल नहीं होने से 12 गांवों का आवागमन प्रभावित, लंबी दूरी तय कर ग्रामीण जाते हैं बाजारलातेहार जिला में पिछले 2 दिनों से रूक- रूक कर हो रही बारिश से आम जन-जीवन प्रभावित हो गया है. मंगलवार की देर रात शुरू हुई बारिश बुधवार की सुबह तकरीबन 9 बजे तक जारी रही. इसके बाद रूक- रूक कर बारिश होती रही. इस दौरान कई बार धूप भी निकली. लगातार हो रही बारिस से शहर की लाइफ लाइन माने जानेवाली औरंगा और जायत्री नदी का जलस्तर बढ़ गया है. इसके अलावा तुबेद, चौपत, कोयल, गला एवं खिखिर आदि नदियां भी उफान पर है. शहर के निचले इलाकों में पानी घुस गया है. शहर के अमवाटीकर एवं पहाड़पुरी इलाके में कई घरों में पानी घुस गया है. बारिश के कारण बुधवार को बाइपास चौक में लगने वाले लेबर मंडी में ग्रामीण क्षेत्रों से मजदूर नहीं पहुंच पाये.
लगातार हो रही बारिश से बरवाडीह प्रखंड की सभी छोटी- बड़ी नदियां उफान पर हैं. छिपादोहर- गारू और बरवाडीह- हुटार मार्ग को जोड़ने वाली नदियों का जलस्तर बढ़ जाने के कारण आवागमन प्रभावित हो गया है. कई पंचायतों और गांव का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है. प्रखंड के खुरा पंचायत में मंगरा रोड़ को जोड़ने वाली सड़क पर बनी पुलिया इस बारिश में क्षतिग्रस्त हो गयी है. ज्ञात हो कि वर्ष 2018 में भी यह पुलिया अत्यधिक बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गयी थी. स्थानीय लोगों के द्वारा इसकी मरम्मत करा कर आवागमन किया जा रहा था, लेकिन पिछले 2 दिनों से हो रही बारिश के कारण उक्त पुलिया फिर से क्षतिग्रस्त हो गयी है. केड़ पंचायत के नन्हीझरिया गांव में मिलन उरांव का घर क्षतिग्रस्त हो गया है. प्रखंड के गढ़वाटांड़, आदर्श नगर एवं बाजार क्षेत्र के कई घरों एवं दुकानों में पानी घुस गया. बारिश से फसलों एवं घरों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए अंचलाधिकारी नित निखिल सुरीन ने हल्का कर्मचारियों को सर्वे कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.
लातेहार शहर का अति व्यस्त एवं रिहायशी इलाका माने जानेवाले थाना चौक (एनएच-75) के पास सड़क गड्डों में तब्दील हो गयी है. मालूम हो कि थाना चौक के पास ही बाइपास रोड से होकर भारी गाड़ियां निकलती हैं, लेकिन सड़क के बीचों-बीच बड़ा सा गड्ढा हो जाने के कारण ड्राइवरों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार तो भारी वाहन यहां फंस जाते हैं, जिस कारण सड़क जाम की स्थिति हो जाती है. थाना चौक स्थित बड़ौदा बैंक के पास भी सड़क काफी जर्जर हो गयी है. यहां पता ही नहीं चलता है कि सड़कों में गड्ढे हैं या फिर गड्ढों में सड़क. यहां बने दर्जनों गड्ढे ड्राइवरों को खासा परेशान करते हैं. खासकर दोपहिया वाहन चालक तो यहां काफी परेशान होते हैं. शहर का मुख्य पथ राष्ट्रीय उच्च पथ के अधीन है. राष्ट्रीय उच्च पथ का न तो लातेहार में कार्यालय है और ना ही विभाग के कोई अधिकारी यहां बैठते हैं. इस कारण लोग इसकी शिकायत भी नहीं कर पाते हैं.
Posted By : Samir Ranjan.