जावाखांड़ टोला में आज तक नहीं पहुंची बिजली
अब भी प्रखंड के कई गांव-टोले ऐसे हैं, जहां बुनियादी सुविधाएं मयस्सर नहीं हैं. कहीं पेयजल की भारी किल्लत है, तो कहीं पहुंच पथ की.
चंदवा. अब भी प्रखंड के कई गांव-टोले ऐसे हैं, जहां बुनियादी सुविधाएं मयस्सर नहीं हैं. कहीं पेयजल की भारी किल्लत है, तो कहीं पहुंच पथ की. बरवाटोली पंचायत के जावाखांड़ टोला की हालत तो और भी खराब है. आजादी के इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी जावाखांड़ टोला में बिजली नहीं पहुंची है. बिजली समेत अन्य मुद्दों को लेकर रविवार को ग्रामीणों की बैठक हुई. मौके पर दानियल मुंडा, उम्लोन सुरीन, रेंजन बागे, जोसेफ आइंद, मसीह मुंडा, मार्टिन मुंडा, मार्टिन आइंद, आशीष बारला, सुनीता आइंद व सलोनी गुड़िया ने बताया कि इस टोले में करीब बीस घर हैं, जिसमें करीब 150 लोग रहते हैं. आजादी के बाद से अब तक हमने टोले में बिजली नहीं देखी. पिछले दिनों यहां बिजली बहाल करने को लेकर खंभे गिराये गये थे, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हुआ. ग्रामीणों ने बिजली विभाग के अधिकारी व एजेंसी के लोगों से इस दिशा में सार्थक पहल करने की अपील की है.
पेयजल व सड़क की हालत भी है जर्जर
ग्रामीण बताते हैं कि यहां पेयजल की भी काफी समस्या है. इस गर्मी में पानी के लिए हाहाकार मचा है. टोले तक जाने के लिए पहुंच पथ भी जर्जर हो चुका है. बारिश का मौसम भी आनेवाला है. अगर समय रहते सड़क नहीं बनी तो काफी परेशानी हाेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है