बेतला पार्क में हाथी की सवारी पर सात साल से बैन, पर्यटक मायूस
बेतला नेशनल पार्क में हाथी की सवारी पर पिछले सात वर्षों से बैन लगा है. कभी सुपर स्टार दिलीप कुमार सहित दर्जनों फिल्मी हस्तियां यहां हाथी की सवारी करते थे.
बेतला.बेतला नेशनल पार्क में हाथी की सवारी पर पिछले सात वर्षों से बैन लगा है. कभी सुपर स्टार दिलीप कुमार सहित दर्जनों फिल्मी हस्तियां यहां हाथी की सवारी करते थे. इब पर्यटकों के लिए हाथी की सवारी पर रोक लगने से उनमें निराशा है. ऐसे में 2017 से ही बेतला आनेवाले देश-विदेश के सैलानी बेतला के चार पालतू हाथियों को सिर्फ देख पा रहे हैं और सेल्फी ले रहे हैं. एक समय था, जब बेतला नेशनल पार्क में रोजाना सुबह-सुबह हाथी की सवारी कर बेतला पार्क का भ्रमण करना लोगों को रोमांचित करता था. लोग हाथी की सवारी करना यहां नहीं भूलते थे.हाथी की सवारी के लिए अग्रिम बुकिंग तक होती थी. बताया जाता है कि फिल्मी हस्तियों में दिलीप कुमार के अलावा सायरा बानो, शत्रुघ्न सिन्हा, राज बब्बर, नाना पाटेकर सहित कई राजनीतिक हस्तियां भी यहां हाथी की सवारी कर चुके हैं.
1982 से शुरू हुई थी हाथी की सवारी:
बेतला नेशनल पार्क में हाथी की सवारी की शुरुआत 1982 में हुई थी. 1980 में गुमला के जंगलों से रजनीगंधा नामक एक मादा हाथी को लाया गया था. बाद में जूही, चंपा व अनारकली को लाया गया. इस बीच 1987 में रजनीगंधा की मौत हो गयी थी. बाद में चंपा व फिर अनारकली की मौत हो गयी. अब सिर्फ जूही नाम की एक हाथी बच गयी थी. वह अकेला महसूस कर रही थी, लेकिन इसी बीच गारू के जंगलों से एक नन्हा हाथी राखी को लाया गया. दोनों हाथी बेतला का आकर्षण का केंद्र रहे. हालांकि राखी के छोटी होने के कारण उससे भ्रमण नहीं कराया जाता था. सिर्फ जूही ही सैलानियों का भ्रमण कराती थी. अब वह भी काफी बूढ़ी हो चुकी है.एक को जंगली हाथी ने मार डाला था:
हाथी की सवारी की मांग को देखते हुए वन विभाग की ओर से कर्नाटक से तीन हाथी मंगाये गये थे. इनके नाम काल भैरव, सीता और मुर्गेश थे. इनमें काल भैरव को पलामू किला के पास एक जंगली हाथी ने हमला कर मार डाला. इस तरह से वर्तमान में चार पालतू हाथी हैं. जिनके नाम जूही, राखी, सीता और मुर्गेश है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है