ग्रामीणों का शोषण बंद हो, नहीं तो आंदोलन
सड़क सुरक्षा एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति के बैनरतले हेरहंज प्रखंड कार्यालय के समक्ष दो दिनी धरना की शुरुआत गुरुवार को की गयी.
सड़क सुरक्षा एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति के बैनरतले धरना:
हेरहंज.
सड़क सुरक्षा एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति के बैनरतले हेरहंज प्रखंड कार्यालय के समक्ष दो दिनी धरना की शुरुआत गुरुवार को की गयी. इसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष चंद्रदेव उरांव ने की. कार्यक्रम में कोल डस्ट, जर्जर सड़क व दुर्घटना से त्रस्त ग्रामीण शामिल हुए. समिति के संजीव सिन्हा ने कहा कि तुबैद कोल माइंस के कारण सड़क सुरक्षा व प्रदूषण की समस्या से ग्रामीण चिंतित हैं. जिले के अधिकारी आमलोगों की समस्याओं पर गंभीर नहीं हैं. कंपनी स्थानीय लोगों का शोषण कर रही है. कहा कि डीवीसी बंगाल से यहां आकर प्रतिदिन सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का चूना लगा रही है. कोलियरी से प्रतिदिन करीब 200 हाइवा चलते हैं. इनमें 50 हाइवा राज्य से बाहर के नंबर के हैं. सबकुछ नियमों को ताख पर रख कर किया जा रहा है. समिति के सचिव रंजीत जायसवाल व आजसू जिलाध्यक्ष अमित पांडेय ने कहा कि धरना का उद्देश्य तुबैद कोल माइंस से कोयला लेकर चल रहे हाइवा से उत्पन्न समस्याओं के विरोध में आवाज उठाना है. हमारी मांगें नहीं मानी गयी, तो चरणबद्ध आंदोलन होगा. धरना के बाद उपायुक्त के नाम आवेदन प्रधान लिपिक को सौंपा गया. मौके पर मंगल उरांव, जिप सदस्य चंचला देवी, प्रमुख पार्वती देवी, उप प्रमुख विजय उरांव, चिरू मुखिया हीरामणि लकड़ा, शिवनाथ रजक, रामवृक्ष भोक्ता, मनीष जायसवाल, अशोक गुप्ता, देवनंदन प्रसाद, महेंद्र भगत, रॉकी कुमार, लड्डू जायसवाल, सुनील राम, श्याम नारायण सिंह, दीपक सिंह, बिहारी गुप्ता, अशोक गुप्ता, बालदेव साहू, नागेंद्र उरांव, परवेज आलम समेत कई ग्रामीण मौजूद थेदर्जनभर गांव के लोगों की बढ़ी परेशानी :बताते चलें कि लातेहार स्थित तुबैद कोलियरी से प्रतिदिन सैकड़ों हाइवा कोयला बालूमाथ स्थित कुसमाही कोल साइडिंग दाता है. इस पथ पर पड़नेवाले गांव डीही मुरूप, पतरातू, जानी, नवादा, चिरू, हुंबू, बरहमोरिया, लावागड़ा, इचाक, झाबर व बालूमाथ के ग्रामीण कोल डस्ट से परेशान हो रहे हैं. हाइवा परिचालन से उक्त सड़क की स्थिति भी दयनीय हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है