लातेहार. जिले में बारिश नहीं होने से किसानों को सुखाड़ की चिंता सताने लगी है. बारिश नहीं होने से जिले की सभी प्रमुख नदियों में पानी नहीं है. जून माह में माॅनसून ने दस्तक तो दी थी, लेकिन धान की खेती लायक बारिश नहीं हुई. अब तक माॅनसून सुस्त पड़ा है. जुलाई के प्रथम सप्ताह में हल्की बारिश हुई थी. कई जगह किसान पटवन की सुविधा के अनुसार बिचड़ा लगा रहे हैं. किसान रंजीत यादव, महेंद्र पाठक, मनोज कुमार व संतोष यादव ने बताया कि मक्का व धान का बिचड़ा लगाने में 15 दिन से अधिक देरी हो चुकी है. जिला कृषि विभाग से प्राप्त आंकड़ा के अनुसार 15 वर्ष के बाद इस वर्ष जून माह में 57.04 मिमी बारिश दर्ज की गयी है. इससे पहले वर्ष 2009 में सबसे कम 21 मिमी वर्षा दर्ज की गयी थी. जिले में जून माह में सामान्य वर्षा 152.4 मिलीमीटर वर्षा होनी चाहिए. किसानों का कहना है कि आद्रा नक्षत्र में धान का बिचड़ा लगाना अच्छा माना जाता है, लेकिन आद्रा नक्षत्र बारिश नहीं होने के कारण बिचड़ा नहीं लगाया जा सका है. हालांकि हल्की बारिश के बाद मक्का, अरहर, बादाम, उरद, बराई सहित अन्य खरीफ फसलों की बुआई की गयी है.
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