महुआडांड़़ महुआडांड पंचायत में अबुआ आवास योजना के लाभुक के चयन में अनियमितता उजागर करनेवालों पर बीडीओ द्वारा प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. इसमें महिला सामाजिक कार्यकर्ता अफसाना, प्रशांता किंडो, जल सहिया कुंती देवी, महिला स्वयं सहायता समूह की सरस्वती देवी, वार्ड सदस्य दोलोरोसा मिंज, रीना देवी, अनूप कुमार व उप मुखिया चंद्रमणि देवी के नाम शामिल हैं.
क्या है मामला
महुआडांड पंचायत में अबुआ आवास योजना के लाभुक के चयन में नियमों की अनदेखी कर कई संपन्न और नौकरी पेशा परिवार को आवास आवंटित कर दिया गया था. इसमें महुआडांड़, रामपुर और दीपाटोली के 13 परिवारों को अबुआ आवास योजना आवंटित किया गया था. लाभुक पिंकी देवी के पति अमित के परिवार में पहले से दो जगह पक्का मकान है. वहीं संगीता सिंह के पति जितेंद्र सिंह झारखंड के निवासी नहीं है. साथ ही वे सीआरपीएफ में कार्यरत हैं. गौरी देवी के पति महेंद्र प्रसाद खुद के पक्के मकान में रह रहे हैं. महेंद्र प्रसाद होमगार्ड हैं. आशा देवी के पति बसंत प्रसाद गुप्ता मूल रूप से अमवाटोली पंचायत के निवासी है. बसंत प्रसाद गुप्ता डीलर भी हैं. महिला सामाजिक कार्यकर्ता अफसाना ने बताया कि हमलोगों ने अबुआ आवास में हुए भष्ट्राचार को उजागर किये और इसमें दोषी कर्मी पर कार्रवाई नहीं कर हम लोगों पर ही मामला दर्ज कराया गया है, जो न्याय संगत नहीं है.
क्या कहते हैं बीडीओ
इस संबंध में बीडीओ अमरेन डांग ने कहा कि इन लोगों की फर्जी समिति है. जल सहिया को जब बुलाकर पूछा गया तो उसके द्वारा बताया गया कि हमलोगों की कोई समिति नहीं है. उन्होंने कहा कि 13 अबुआ आवास का जो मामला सामने आया है, उनमें जांच व कार्रवाई चल रही है. इसके तहत एक लाभुक संगीता देवी के द्वारा पहली किस्त की राशि 30 हजार रुपया वापस कर दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है