लातेहार : वनाधिकार कानून का हो रहा दुरुपयोग, अंधाधुंध काटे जा रहे जंगल

बताते चले की वनाधिकार कानून का लाभ मुख्य रूप से वैसे लोगों को देना है, जो भूमिहीन है और पीढ़ी दर पीढ़ी वन क्षेत्र में निवास कर रहे हैं. उन्हें जीवन-यापन के लिये वन पट्टा पर कुछ भूमि दी जानी है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 2, 2024 6:51 AM

चंदवा : लातेहार जिले प्रखंड के कई पंचायत में इन दिनों वनाधिकार कानून का लाभ लेने की होड़ मची है. इस कानून की आड़ में जंगलों को काटकर नष्ट किया जा रहा है. सूचना होने के बाद भी वन विभाग इस पर कार्रवाई नहीं कर रहा. इस वजह से जंगलों की अंधाधुंध कटाई जारी है. लगभग सभी पंचायतों में ऐसी ही स्थिति है. अलौदिया पंचायत के कारीटोंगरी टोला के पश्चिम दिशा में स्थित जंगल में भारी मात्रा में पेड़ों का काट कर गिरा दिया गया है. नाम नहीं छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि इसमें अलौदिया व चेटर पंचायत के लोगों का हाथ है. वन अधिकार का लाभ लेने के लिए लोग जंगल की कटाई कर रहे हैं.

सूचना के बाद भी वन विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है. बताते चले की वनाधिकार कानून का लाभ मुख्य रूप से वैसे लोगों को देना है, जो भूमिहीन है और पीढ़ी दर पीढ़ी वन क्षेत्र में निवास कर रहे हैं. उन्हें जीवन-यापन के लिये वन पट्टा पर कुछ भूमि दी जानी है. इतना ही नहीं वनपट्टा की जमीन की खरीद-बिक्री भी नहीं करनी है. लेकिन प्रखंड में इस कानून का दुरुपयोग हो रहा है. कई सक्षम लोगों को इसका लाभ दिया गया है. वैसे लोग जो शहरी क्षेत्र में ऐशो-आराम से रह रहे है. वे ग्रामीण क्षेत्राें में इसका लाभ ले रहे है. कॉरपोरेट कंपनियों के आने के बाद से जंगल को उजाड़ कर इस कानून का लाभ लेने की होड़ मची है. वहीं वन रक्षा समिति पंगु दिख रही है.

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क्या कहते हैं वन क्षेत्र पदाधिकारी

इस संबंध में प्रभारी वन क्षेत्र पदाधिकारी नंदकुमार मेहता ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी.

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