कश्मीर तो क्या हम उसकी तस्वीर भी नहीं देंगे…
शहर से सटे तिलैयाटांड़ मोहल्ला स्थित मदरसा खैरूल-उलूम परिसर में सोमवार की शाम जश्न-ए-ईद के मौके पर मुस्लिम यूथ कमेटी की पहल पर मुशायरा सह कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया.
फोटो : 16 चांद 5 : मुशायरा में उपस्थित लोग. प्रतिनिधि . मुस्लिम यूथ कमेटी ने मुशायरा सह कवि सम्मेलन का आयोजन किया चंदवा. शहर से सटे तिलैयाटांड़ मोहल्ला स्थित मदरसा खैरूल-उलूम परिसर में सोमवार की शाम जश्न-ए-ईद के मौके पर मुस्लिम यूथ कमेटी की पहल पर मुशायरा सह कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. जेबीकेएसएस के नेता दीपक कुमार गुप्ता, पूर्व उप प्रमुख हाजी फिरोज अहमद, मो एहसान, यूथ कांग्रेस के आफताब आलम, यूथ कमेटी के अध्यक्ष डॉ शम्स रजा द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर कार्यक्रम का उदघाटन किया गया. शुरुआत मौलाना आशिक नदवी ने कुरान तिलावत से की. यहां पहुंचे शायरों ने एक से बढ़कर एक शायरी, नज्म सुनाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. आजमगढ़ से आये शायर असद आजमी ने कहा कि भारत के तिरंगे की खाता हूं कसम सुन लो, कश्मीर तो क्या हम उसकी तस्वीर भी नहीं देंगे जैसे शायरी ने रंग जमा दिया. शायर दिल खैराबादी ने भी कार्यक्रम में शमां बांधा. कहा कि बांध लेना तिरंगे का सर पर कफन, ये हर एक सच्चे मुसलमान की पहचान है, कह कर गद्दार हमे यूं बेआबरू ना करो, आबरू-ए- वतन यहां हर मुसलमान है. संचालन रांची से आये सुफियान हैदर कर रहे थे. उन्होंने भी बेहतरीन शायरी से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया. उनके अलावा तनवीर अख्तर, कारी परवेज रजा समेत अन्य शायरों ने भी शमां बांधा. मौके पर दीपू सिन्हा, राजेंद्र यादव, रविराज, मजहर खान, रवि कुमार डे, सौरभ श्रीवास्तव मौजूद थे. यूथ कमेटी के सचिव मुबारक आलम, कोषाध्यक्ष राजू भाई, मो इरफान उर्फ सज्जू भाई, मो आदिल, गुड्डू आलम, आजाद आलम, नसीम अंसारी उर्फ लालू, नाजिश, जीशान समेत कमेटी के अन्य सभी सदस्यों ने कार्यक्रम में अहम भूमिका निभायी