बैद से कुसमाही साइडिंग जाते है हाइवा
नवादा-डीही मुरूप-लातेहार पथ पर मंगलवार की देर रात सरधाबार व लात गांव के बीच उग्रवादियों ने कोयला ट्रांसपोर्ट में लगे पांच हाइवा को आग के हवाले कर दिया.
पूर्व में भी होती रही है घटना फोटो : 20 चांद 1 : जलाया गया हाइवा. 20 चांद 2 : छोड़ा गया पोस्टर. प्रदीप यादव हेरहंज. नवादा-डीही मुरूप-लातेहार पथ पर मंगलवार की देर रात सरधाबार व लात गांव के बीच उग्रवादियों ने कोयला ट्रांसपोर्ट में लगे पांच हाइवा को आग के हवाले कर दिया. उक्त घटना लेवी की खातिर की गयी है. सभी हाइवा बालूमाथ स्थित कुसमाही साइडिंग में कोयला खाली कर लातेहार के तुबैद कोल परियोजना लौट रहे थे. घटना में हाइवा (जेएच02बी-9262), (जेएच02बी-4780), (जेएच19ए-6291), (जेएच19ई-7674) व (जेएच19डी-8802) जलकर खाक हो चुके है. घटना के बाद से आसपास के लोगों में दहशत व्याप्त है. उग्रवादी संगठन के नाम पर अपराधी भी सिर उठा रहे है. थाना प्रभारी कृष्णकांत पवैया ने भी इस ओर इशारा किया है. इस पथ पर 26 जुलाई को भी हो चुकी है घटना नवादा-डीही मूरूप-लातेहार पथ पर कोयला ट्रांसपोर्ट में लगे हाइवा को आग लगाने का मामला पहली बार नहीं है. लातेहार स्थित तुबेद कोल परियोजना से कोयला लेकर हाइवा बालूमाथ स्थित कुसमाही रेलवे साइडिंग में डंप किया जाता है. इसी वर्ष 26 जुलाई की रात भी उग्रवादियों ने लेवी की खातिर दो हाइवा को आग के हवाले कर दिया था. ग्रामीणों का भी रहा है विरोध उक्त पथ से कोयला लोड हाइवा के परिवहन को लेकर कई गांव के ग्रामीणों का भी विरोध समय-समय पर होता रहा है. इन वाहनों के चलने से नवादा, जानी समेत अन्य गांव के लोग धूलकण व कोल डस्ट से परेशान है. कोयला ट्रांसपोर्ट के लिए अन्य वैकल्पिक मार्ग बनाने समेत अन्य मांग उनके द्वारा की जा रही है. ग्रामीणों ने पूर्व में सड़क जाम किया था. ट्रांसपोर्ट कंपनियों से ग्रामीणों की वार्ता हुई थी, पर बात नहीं बनी थी. दो दिन पूर्व भी ग्रामीणों ने इस पथ को जाम कर दिया था. सोमवार को ग्रामीणों से मां अंबे कंपनी के लोगों की वार्ता सफल रही. तब जाकर जाम हटा था. इसके बाद यह घटना हुई.
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