जानवरों का शिकार किया, तो होगी कड़ी कार्रवाई
पलामू व्याघ्र परियोजना के दक्षिणी वन प्रमंडल अंतर्गत बारेसाढ़, गारू पश्चिमी एवं महुआडांड़ वन क्षेत्र में जंगली जानवरों के शिकार पर रोक लगाने के लिए वन विभाग ने विशेष छापामारी अभियान शुरू किया है.
पलामू व्याघ्र परियोजना क्षेत्र में विशेष टीम का गठन: गारू (लातेहार).
पलामू व्याघ्र परियोजना के दक्षिणी वन प्रमंडल अंतर्गत बारेसाढ़, गारू पश्चिमी एवं महुआडांड़ वन क्षेत्र में जंगली जानवरों के शिकार पर रोक लगाने के लिए वन विभाग ने विशेष छापामारी अभियान शुरू किया है. अभियान रेंजर तरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में चलाया जा रहा है. पलामू व्याघ्र परियोजना के जंगल में शिकारियों की बढ़ती गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद इसे गंभीरता से लिया जा रहा है. रेंजर ने बताया कि जंगल में शिकारियों की सक्रियता को देखते हुए गारू, बारेसांड़ एवं महुआडांड़ वन क्षेत्र में विशेष टीम का गठन किया गया है. टीम में वनपाल परमजीत तिवारी, निर्भय कुमार सिंह, वनरक्षक अरुण कुमार समेत एक दर्जन से अधिक वन कर्मियों को शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों का शिकार करते पकड़े जाने पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. वन विभाग का मुख्य उद्देश्य जंगलों में जानवरों की संख्या को बढ़ाना और प्रकृति की रक्षा करना है. विभाग ने स्थानीय ग्रामीणों से अपील की है कि वे जंगल में शिकारियों को देखते ही जानकारी दें. हाल के दिनों में जंगल के विभिन्न हिस्सों में शिकारियों के सक्रिय की जानकारी मिल रही है. विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए रणनीति के तहत कदम उठाया है. इस संबंध में परियोजना के उपनिदेशक कुमार आशीष ने बताया कि व्याघ्र परियोजना में जंगली जीवों के शिकार के लिए माफियाओं के सक्रिय होने की सूचना मिली है. सूचना के आधार पर वन क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाया जा रहा है, ताकि जंगल के परिस्थिति संतुलन को बनाये रखने में मदद मिले एवं वन जीवों को सुरक्षा मिल सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है