बालूमाथ. सीसीएल द्वारा संचालित मगध कोलियरी के चमातू गांव स्थित पिट कार्यालय के समीप सोमवार को विस्थापित-प्रभावित मगध ट्रक ओनर एसोसिएशन का अनिश्चितकालीन धरना शुरू हो गया. इसमें विस्थापित गांव आरा, चमातू, कुंडी, देवलगडा व प्रभावित गांव बालूमाथ, शेरेगड़ा, जाला सहित लातेहार व चतरा जिला के ट्रक मालिक शामिल हुए. मौके पर कामेश्वर राम ने कहा कि हमलोग वर्ष 2018 से निर्धारित भाड़ा लागू करने की मांग कर रहे हैं. कुछ ट्रांसपोर्टर बिहार, उत्तर प्रदेश, ओड़िसा सहित अन्य राज्य से ट्रक लाकर भाड़ा तोड़ने का काम रहे हैं. विस्थापित-प्रभावित ट्रक मालिकों द्वारा जो सूची बनायी गयी है, वैसे ही ट्रकों का सीसीएल द्वारा फॉर्मेट निर्गत किया जाये. पूर्व में जीएम मगध द्वारा ग्रामीणों को लिखित आश्वासन दिया गया था कि 25 हजार टन कोयले का उठाव ट्रक से होगा. इसके विपरीत इसका उठाव हाइवा से हो रहा है. ट्रक मालिकों का हक छिना जा रहा है. मांगे नहीं माने जाने तक हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे. साथ ही सीसीएल के हाइवा ट्रांसपोर्टिंग समेत अन्य कार्य ठप करा देंगे. एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव सिन्हा ने कहा कि विस्थापित-प्रभावित लोगों के रोजगार का मुख्य साधन ट्रक है. ट्रांसपोर्टर व सीसीएल हमारी मांग नहीं मानी तो चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा. विस्थापित नेता चेतलाल रामदास ने कहा कि मगध कोलियरी खुले चार वर्ष से अधिक हो गये, पर कंपनी सिर्फ इस इलाके का दोहन कर रही है. कार्यक्रम की अध्यक्षता सत्यनारायण साव ने की. इस अवसर पर जिप सदस्य प्रियंका देवी, त्रिवेणी साव, कुलदीप यादव, कमलेश सिंह, गंगेश्वर यादव, शंभु साव, अमित कुमार, अभिनव कुमार, अमन सिन्हा, मदन साव, मो कल्लू , दिलीप कुमार, मिथुन साव, रंजीत यादव, मुकेश राम, रंजीत गुप्ता, मो शामिल, हनी खान सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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