लातेहार. जिला स्वास्थ्य विभाग और पीरामल फाउंडेशन द्वारा मंगलवार को जनजाति अस्पताल मानन चोटाग में उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. उद्घाटन जिला मलेरिया पदाधिकारी डाॅ अनिल कुमार ने किया. मौके पर जिला मलेरिया सलाहकार सुनील कुमार सिंह ने फाइलेरिया से बचाव के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से कोई भी व्यक्ति फाइलेरिया रोग से ग्रसित हो सकता है. इसका लक्षण और प्रभाव पांच से सात वर्ष में दिखाई देता है. वहीं पीरामल फाउंडेशन सीडी टीम के कार्यक्रम प्रबंधक संजय कुमार गुप्ता ने कहा कि झारखंड के सभी 24 जिलों में फाइलेरिया का प्रभाव है. फाइलेरिया रोग को हाथी पांव के नाम से भी लोग जानते हैं. कार्यशाला में पीरामल फाउंडेशन एबीसी टीम के प्रोग्राम मैनेजर देबानजन बनर्जी, प्रोग्राम लीडर शमीम अख्तर, तनिमा घोष, गांधी फेलो अजय निषाद सहित कई लोग उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है