लातेहार. मनरेगा योजना के तहत कढ़िमा गांव (पांडेयपुरा पंचायत) में मुखिया, पंचायत सेवक व बिचौलियों की मिलीभगत से आम बागवानी योजना की राशि के बंदरबांट मामले की जांच शुरू हो गयी है. आम बागवानी के लाभुक को पता भी नहीं है और योजना की राशि निकाल ली गयी है. इस संबंध में समाचार प्रकाशित होने के बाद मंगलवार को बीडीओ मनोज कुमार तिवारी ने कढ़िमा गांव जाकर मामले की जांच की. लाभुकों ने बीडीओ को बताया कि मजदूरी की राशि दो सौ रुपये मिली है. काम करनेवाले किसी लाभुक के खाते में राशि का भुगतान नहीं हुआ है. इस संबंध में बीडीओ ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. जांच रिपोर्ट वरीय पदाधिकारियों को दी जायेगी. इसके बाद जो निर्देश प्राप्त होगा, उसके आलोक में कार्रवाई होगी.
क्या है मामला
सदर प्रखंड के कढ़िमा गांव (पांडेयपुरा पंचायत) में वर्ष 2023-24 तथा 2024-25 में एक दर्जन से अधिक आम बागवानी योजना को स्वीकृति दी गयी थी. इस मामले का खुलासा नरेगा वाच के राज्य संयोजक जेम्स हेरेंज द्वारा की जांच में हुआ है. वर्ष 2023-24 कढ़िमा गांव निवासी सालेन कच्छप, सोनामी कुजूर, प्रबल सुरेन, विनिता मिंज व असब टोपनो तथा 2024-25 में धरमदास कुजूर, सुचिता कुजूर, राजेश कच्छप, बहालेन धान, मरियम मिंज व विजय मिंज को मनरेगा से आम बागवानी दी गयी है. किसी लाभुक को पता नहीं है, लेकिन सभी योजना से राशि की निकासी कर ली गयी है. सालेन कच्छप के आम बागवानी का प्राक्कलन 4.20 लाख रुपया है, जिसमें लाभुक की जानकारी के बिना 1,57,188 रुपये की निकासी कर ली गयी है. उसी प्रकार सोनामी कुजूर के 1.83 लाख रुपये में से 1,00,698, प्रबल सुरेन के 1.83 रुपये में से 1,65,302, बहालेन धान के 4,14,000 रुपये में से 2.53 लाख तथा असब टोपनो के प्राक्कलन 4,17,000 रुपये में से 2.35 लाख रुपये की निकासी कर ली गयी है. श्री हेरेंज ने बताया कि सभी योजना में मजदूरी मद की राशि का निकासी फर्जी मस्टर रोल लगाकर की गयी है.
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