कटिया बम प्लांट का मास्टर माइंड था माओवादी आजाद, बिहार के कई जिलों में भी दर्ज था प्राथमिकी
15 लाख रुपये का इनामी माओवादी रमेश गंझू उर्फ आजाद उर्फ अंकित उर्फ हरिकेश जी ने जिले में कई घटनाओं को दिया था अंजाम. लातेहार, पलामू, चतरा समेत बिहार राज्य के गया व औरंगाबाद जिले में कुल 45 मामले दर्ज
चतरा जिले से गिरफ्तार भाकपा माओवादियों का रीजनल कमेटी सदस्य व 15 लाख रुपये का इनामी माओवादी रमेश गंझू उर्फ आजाद उर्फ अंकित उर्फ हरिकेश जी लातेहार जिले के बहुचर्चित कटिया बम प्लांट का मास्टर माइंड था. आजाद ने वर्ष 2013 में जिले के बरवाडीह थाना क्षेत्र के कटिया जंगल में सात व आठ जनवरी को आइडी विस्फोट कराया था.
इस विस्फोट में सीआरपीएफ के 14 जवान शहीद हो गये थे. आजाद ने शहीद हुए कई जवानों के शवों में भी बम प्लांट किया था, जो रांची रिम्स में पोस्टमार्टम करने के दौरान बरामद किया गया था. शवों में बम प्लांट करने की मंशा यह थी कि जब पुलिस शहीद जवानों के शवों को लाने जायें, तो फिर से विस्फोट करा कर पुलिस को क्षति पहुंचायी जा सके. विस्फोट के दौरान माओवादियों ने सुरक्षा बलों के हथियार भी लूट लिये थे.
विस्फोट के बाद अगले दिन सुरक्षा बल ग्रामीणों के साथ शहीद जवानों का शव उठाने गये थे. इस दौरान एक शहीद जवान के पेट में प्लांट किया गया बम विस्फोट कर गया था, जिसमें एक ग्रामीण की मौत हो गयी थी व कई ग्रामीण घायल हो गये थे. इससे पूर्व मार्च 2012 में जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र के सुरागी टोंगरी के पास घात लगा कर पुलिस जीप को विस्फोट कर उड़ाने व गोलीबारी करने की घटना में भी आजाद शामिल था.
इस घटना में तीन पुलिस कर्मी शहीद हो गये थे. माओवादियों ने इस विस्फोट के बाद घटनास्थल से पुलिस का एक एसएलआर व चार इंसास रायफल, 600 जिंदा कारतूस व एक वायरलेस सेट लूट लिये थे. जबकि वर्ष 2013 की नौ व 11 दिसंबर को आजाद ने एनएच 75 पर मनिका थाना क्षेत्र के दोमुहान पुल के पहले बारूदी सुरंग विस्फोट कर सड़क को क्षतिग्रस्त कर दिया था. बताया जाता है कि आजाद ने आइडी प्लांट करने में महारथ हासिल किया था. आजाद के खिलाफ लातेहार, पलामू, चतरा समेत बिहार राज्य के गया व औरंगाबाद जिले में कुल 45 मामले दर्ज हैं. आजाद के खिलाफ लातेहार जिले के विभिन्न थानों में लगभग एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं.