Jharkhand News: लातेहार में पानीभरे गड्ढे में डूबने से तीन बच्चों की मौत, पसरा मातम

Jharkhand News: लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में पानीभरे गड्ढे में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गयी. तीनों बच्चे एक ही गांव के थे. सभी खेलते-खेलते यहां पहुंचे थे और नहाने के दौरान डूबने से उनकी मौत हो गयी.

By Guru Swarup Mishra | September 6, 2024 6:47 PM

Jharkhand News: बालूमाथ (लातेहार), सुमित कुमार-झारखंड के लातेहार जिले के बालूमाथ थाने से महज 3 किलोमीटर दूर टोरी-शिवपुर रेल लाइन निर्माण कार्य के दौरान संवेदक (ठेकेदार) द्वारा खोदे गए गड्ढे में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गयी. सभी बच्चे एक ही गांव के थे. इस हादसे से गांव में मातम पसर गया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

मृतकों में कौन-कौन हैं शामिल?

लातेहार में शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया. टोरी-शिवपुर रेल लाइन निर्माण कार्य को लेकर खोदे गए गड्डे में तीन बच्चे डूब गए. इससे उनकी मौत हो गयी. खोदे गए गड्ढे के लिए स्थानीय लोगों द्वारा ठेकेदार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. ठेकेदार के प्रति उनमें आक्रोश है. मृतकों में छह वर्षीय सूरज कुमार (पिता-चरकू पाहन), छह वर्षीय रिशु कुमार (पिता-राजेश यादव) एवं सात वर्षीय गोलू कुमार (पिता-कृष्ण कांत गंझू) शामिल हैं. ये सभी बच्चे बालूमाथ थाना क्षेत्र के नगड़ा गांव के थे. गड्ढे में भरे पानी में डूबने से इन बच्चों की मौत हो गयी.

तीनों बच्चों की कैसे हुई मौत?

तीनों बच्चे घर से खेलते-खेलते आधा किलोमीटर दूर गोपाली ढाबा के नजदीक पहुंच गए थे, जहां टोरी-शिवपुरी रेल लाइन निर्माण कार्य को लेकर गड्ढा खोदा गया था. गड्ढे में तीनों बच्चे नहाने चले गए, जहां डूबने से उनकी मौत हो गयी.

किस क्लास में पढ़ते थे मृतक?

सूरज कुमार और रिशु कुमार उत्क्रमित मध्य विद्यालय नगड़ा में प्रथम कक्षा के छात्र थे, जबकि गोलू कुमार इसी विद्यालय के द्वितीय कक्षा का छात्र था.

कैसे मिली डूबने की जानकारी?

मृत बच्चों के परिजनों ने बताया कि तीनों करीब बारह बजे से ही घर से गायब थे. एक बच्चे की मां उनलोगों को ढूंढ रही थी. उन्हें ढूंढते-ढूंढते वह गोपाली ढाबा के समीप आ गयी. इसी क्रम में उसे गड्ढे के समीप बच्चों के कपड़े और चप्पल दिखाई पड़े. इसके बाद वह जोर-जोर से रोने लगी. उसकी रोने की आवाज सुनकर बालूमाथ के समाजसेवी दिवाकर प्रसाद उर्फ धोनी व राजू प्रसाद वहां रुके. महिला से रोने का कारण पूछा, तो महिला ने गड्ढे में बच्चों के डूबने की आशंका जताई. इसके बाद उन लोगों ने आसपास के ग्रामीणों को बुलाया. इसके बाद शवों को बाहर निकाला गया.

पहले भी हो चुकी है मौत?

बालूमाथ प्रखंड के बनियो गांव स्थित डैम में इसी वर्ष 14 जुलाई को डूबने से दो छात्र की मौत हो गयी थी. इनमें अफरोज अंसारी (12 वर्ष) व रूपेश भुइयां (13 वर्ष) शामिल है. यहां भी मौत डैम के अवैज्ञानिक तरीके से बनाने के कारण हुई थी. थर्ड रेलवे लाइन निर्माण कार्य में मिट्टी के उपयोग के लिए कई स्थानों पर रेल लाइन किनारे अवैज्ञानिक तरीके से गड्ढे कर दिये गये हैं. इनमें बारिश का पानी भरा है. यह हादसों को आमंत्रण देते हैं.

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