latehar news : शाम होते ही छा जाता है अंधेरा यात्रियों को अनहोनी का डर, प्रत्येक वर्ष होती है बस स्टैंड की डाक
हाल महुआडांड़ बस स्टैंड का
लातेहार : जिला परिषद महुआडांड़ बस स्टैंड बने लगभग एक दशक हो गया है. प्रत्येक वर्ष लाखों रुपये का राजस्व देने वाले इस बस स्टैंड में शाम होते ही अंधेरा छा जाता है. इससे यात्रियों को काफी परेशानी का समाना करना पड़ता है. बस स्टैंड में रात में रोशनी के लिए आज तक लाइट या हाई मास्ट लाइट नहीं लगायी गयी.
बस स्टैंड में लाइट के नाम पर यात्री शेड के सामने सांसद मद से वर्ष 2017 में एक एलइडी लाइट लगायी गयी है. महुआडांड़ बस स्टैंड से रातों को बसों का परिचालन नहीं होता है, परंतु विभिन्न शहरों से आयी दर्जनों यात्री बसों का ठहराव बस स्टैंड में होता है. रात में महुआडांड़ पहुंचने वाले बसों के यात्रियों को काफी दिक्कत होती है. वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी सवारियों के लिए खतरा बना रहता है. गौरतलब है कि महुआडांड़ बस स्टैंड में रात को रांची, मेदिनीनगर, लोहरदगा, गुमला समेत छत्तीसगढ़ के बसों का ठहराव होता है.
नौ लाख से अधिक राशि में हुआ है डाक
हर साल जिला परिषद महुआडांड़ बस स्टैंड का डाक होता है जिससे जिला परिषद को लाखों रुपये का राजस्व प्राप्त होता है. वर्तमान में महुआडांड़ बस स्टैंड का टेंडर 9 लाख रुपये से भी अधिक में हुआ है. इसके अलावा बस स्टैंड परिसर में 120 दुकानें बनी हैं जो किराये पर लगी हुई हैं. इन दुकानों से भी जिला परिषद को हर साल काफी राजस्व प्राप्त होता है. बस स्टैंड में सुविधाओं की बात करे तो एक यात्री शेड बना हुआ है जो काफी जर्जर हो चुका है.
posted by : sameer oraon