कई पर्यटन स्थलों में हुई पर्यटकों की नो इंट्री

प्राकृतिक वादियों के लिए पहाड़ी नगरी व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नेतरहाट इन दिनों पर्यटकों से गुलजार हो रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 12, 2024 7:37 PM

तसवीर-12 लेट-2 बंद लेक व्यू पार्क, लेट-3 नैना वाटर फॉल

गारू(लातेहार). प्राकृतिक वादियों के लिए पहाड़ी नगरी व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नेतरहाट इन दिनों पर्यटकों से गुलजार हो रहा है. दिसंबर का महीना आते ही नेटरहाट में प्रतिदिन झारखंड के अलावा देश विदेश के सैकड़ों पर्यटकों का तांता सा लगा हुआ है. लेकिन नेटरहाट में कई पर्यटन स्थलो मे नो इंट्री के कारण पर्यटकों में भारी रोष व्याप्त है. राज्य सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करके यहां की खूबसूरत प्राकृतिक वादियों को सैलानियों के लिए सजाने संवारने का काम किया गया. सैलानियों के लिए लिए कई पार्क बनाये गये. मनोरंजन के लिए बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है. मगर डेढ़ वर्षों के बाद भी इसकी निविदा नहीं हुई जिससे कई पार्क एवं बोटिंग की सुविधाएं बंद पड़ी है.

कई पार्कों में पर्यटकों की नो एंट्री

नेतरहाट में सैलानियों के लिए सूर्योदय एवं सूर्यास्त के आकर्षक व मनमोहक नजारों के लिए प्रसिद्ध है. इसके अलावा कोयल व्यू प्वाइंट पर प्रकृति की अद्भुत नजारा भी आकर्षण का केंद्र बिंदु रहा है. पार्क के दोनों ओर से चिड़पाइन से घिरे इस पॉइंट पर ऊंचाई से प्रकृति के बीच खूबसूरत पहाड़ों व जंगलों से घिरे सफेद चांदी सा कोयल नदी का दृश्य सभी को आकर्षित करती है. सैलानी एसके बनर्जी, ममता भट्टाचार्य, संतोष भट्टाचार्य, सुब्रतो आदि ने बताया कि यहां काफी खूबसूरत सेल्फी एवं फोटोशूट होता है. यहां फोटो में बहुत ही सुंदर एवं आकर्षक व्यू मिलता है.इस पार्क के बंद होने से काफी दिक्कत हुआ व मायूसी है. वहीं लेक व्यू प्वाइंट पार्क के मेंन गेट पर पार्क बंद है का बोर्ड लगा दिया गया है. हालांकि तालाब में लेक व्यू नौका बिहार पर पैडल बोट के अलावा बैटरी मोटर से संचालित बोट लगाये गये हैं. इसका संचालन बिना टेंडर के किया जा रहा है. स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड द्वारा प्रति बोट तीन से पांच सौ रूपये की रसीद काटकर लिया जा रहा है. इस संबंध में स्वावलंबी सहकारी समिति के अध्यक्ष अमन उरांव ने बताया कि यहां पर्यटकों को नौका बिहार के लिए तीन लोगों को प्रशिक्षित कर नियुक्ति पत्र भी दिया गया है. मगर डेढ़ वर्षो से हम लोगों का वेतन नहीं मिला है. जिससे हमारे समक्ष भरण पोषण मे परेशानी हो रही है.सूर्योदय पॉइंट के समीप बने पार्क इको विकास समिति को संचालन करने के लिए दिया गया था. जो बंद पड़ा हुआ है. इससे विभागीय उदासीनता के कारण नेतरहाट में पर्यटन को बढ़ावा देने की सरकार की योजना पर सवाल खड़े हो रहे है. नेतरहाट आने पर पर्यटक यहां की सुंदर झरनों एवं प्राकृतिक नजारों का लुफ्त उठाने के लिए लोअर घघरी,अपर घघरी एवं नैना वॉटरफॉल जाना भी खूब पसंद आता है. मगर यहां जाने वाले मार्ग पर वन विभाग द्वारा नाका लगाकर पर्यटकों की एंट्री बंद कर दी गई है. इस संबंध गारू पूर्वी वन क्षेत्र के रेंजर उमेश कुमार दुबे ने बताया कि सरकार ने लोअर घाघरी पर्यटन स्थल घोषित नहीं किया है. ये कोर एरिया के अंतर्गत है इसलिए आम लोगों का आवाजाही पर प्रतिबंध है. इधर नैना वाॅटरफाॅल तक पहुंच पथ काफी जर्जर हो गया है इससे सैलानियों को आने जाने मे काफी मुसीबतों का सामना करना पड रहा है. स्थानीयों जन प्रतिनिधि अजय प्रसाद, पूर्व मुखिया सुधीर बृजिया,समाजिक कार्यकर्ता शिवशंकर यादव समेत अन्य लोगों का मानना है कि इन समस्याओं के कारण आने वाले समय में नेतरहाट में पर्यटकों की संख्या में काफी कमी आ सकती है.

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