लातेहार. जिले में पंचायती राज व्यवस्था का हाल-बेहाल है. कई प्रखंड में पंचायती राज व्यवस्था का मखौल उड़ रहा है, जिससे पंचायत के जनप्रतिनिधि काफी आहत हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के मनिका और लातेहार प्रखंड में देखने को मिला है. लातेहार प्रखंड कार्यालय परिसर में 25 जून को पंचायत समिति की बैठक बुलायी गयी थी, जिसमें भाग लेने के लिए 29 विभाग के अधिकारियों को पत्र भेजा गया था. उक्त बैठक में मात्र 10 विभाग के अधिकारी या उनके प्रतिनिधि पहुंचे थे. इस पर आक्रोशित जनप्रतिनिधियों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया. बैठक का बहिष्कार करने के बाद इस मामले को लेकर उपायुक्त को पत्र देकर उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया गया. वहीं जिले के मनिका प्रखंड कार्यालय परिसर में तीन जुलाई को पंचायत समिति की बैठक बुलायी गयी थी, जिसमें मात्र 10 विभाग के अधिकारी उपस्थित हुए थे. बैठक में बीडीओ अनुपस्थित रहे. इससे आक्रोशित जनप्रतिनिधियों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया.
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
इस संबंध में लातेहार प्रखंड प्रमुख परशुराम सिंह ने कहा कि प्रखंड के अधिकारी पंचायती राज व्यवस्था को ध्वस्त करना चाहते हैं. पंचायती राज व्यवस्था से गांव का विकास होगा, लेकिन अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. मनिका प्रखंड प्रमुख प्रतिमा देवी ने कहा कि पंचायत समिति की बैठक में गांव के विकास को लेकर चर्चा होती है, लेकिन बैठक की अहमियत को अधिकारी नहीं समझ रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है