बेतला. सरहुल पूजा बेतला के कुटमू में पारंपरिक तरीके से हुई. ग्राम प्रधान रामचरित्र सिंह और कुटुम गांव के बैगा ने गांव के धरतीबर माड़र में पूजा-अर्चना की. पूजा के बाद लोग मांदर की थाप पर थिरकते नजर आये. इससे पूर्व मंगलवार शाम गांव के प्रत्येक टोला में ढोल बजाकर सरहुल पूजा के बारे में लोगों को जानकारी दी गयी. बुधवार को लोगों ने अपने घर में चूल्हा नहीं जलाया. साथ ही किसी चापानल अथवा कुआं से पानी भी नहीं भरा गया. इस कारण कुटमू मोड़ पर सन्नाटा पसरा रहा. दोपहर तीन बजे पूजा-अर्चना संपन्न होने के बाद चूल्हा जलाया गया और पानी भरने का काम शुरू किया गया. ज्ञात हो कि इन दिनों जेठ महीने के कृष्ण पक्ष में अलग-अलग गांवों में अलग-अलग दिन लोग सरहूल पर्व मनाते हैं. पूजा में पूर्व मुखिया संजय सिंह, प्रमोद रजक, उमेश कुमार रजक, विनोद प्रसाद सिंह, गोपाल मिस्त्री, अमरेश कुमार ,भगवान प्रसाद ,वीरेंद्र प्रसाद, बिगू सिंह व्यास ,मोहन सिंह, संजय सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग शमिल हुए.
बरवाडीह में पंचायत स्तरीय सरहुल पूजा का आयोजन
बरवाडीह. गुरुवार को बरवाडीह में पंचायत स्तरीय सरहुल पूजा का आयोजन किया गया. इसमें प्रखंड के छठ नदी किनारे गांव के बैगा भवनाथ सिंह द्वारा पूजा करायी गयी. ग्राम देवता की पूजा-अर्चना के बाद बलि पूजन का आयोजन किया गया. इसके बाद प्रसाद वितरण हुआ. इस अवसर पर अनिल कुमार चंद्रवंशी, बैजनाथ राम, चुनमुन भगत, लोकनाथ राम, सुबोध कुमार, मुन्ना चंद्रवंशी, संजय कुमार, लालमुनि, मुनि राम, जितेंद्र चंद्रवंशी, संतोष समेत गढ़वातांड, बाजार व आदर्शनगर मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है