लातेहार. झारखंड प्रदेश विद्यालय रसोइया संघ ने आठ सूत्री मांगों को लेकर रविवार को शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम के लातेहार स्थित आवास में धरना दिया. मौके पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजीत प्रजापति ने कहा कि गांव के गरीब, आदिवासी, दलित, पिछड़ी जाति की महिला सरकारी व अनुदान प्राप्त विद्यालय में 2014 से कार्य कर रही हैं, लेकिन रसोइया को एक दिन की मजदूरी मात्र 66 रुपये दी जाती है. वहीं संयोजिका से राज्य सरकार मुफ्त में काम ले रही है. इस मामले को लेकर सरकार के साथ कई बार वार्ता हुई, लेकिन अब तक मांग पूरी नहीं हुई है. उन्होंने राज्य सरकार से संघ की आठ सूत्री मांगों पर विचार करने की बात कही है. प्रदेश कोषाध्यक्ष अनीता देवी केसरी ने कहा कि संयोजिका व रसोइया की मांगों पर सरकार को विचार करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मांगों पर राज्य सरकार विचार नहीं करती है तो उग्र आंदोलन किया जायेगा. रसोइया संघ के आठ सूत्री मांगों में रसोइया, संयोजिका की सेवा स्थायी करने, न्यूनतम वेतनमान, पांच लाख का बीमा, दो सेट साड़ी, नि:शुल्क बीमा, पेंशन स्कीम से जोड़ा जाये, काम करने के दौरान चोट लगने पर इलाज की व्यवस्था शामिल हैं. धरना के बाद संघ ने विधायक प्रतिनिधि प्रभात कुमार को मांग पत्र सौंपा. इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष सह गुमला जिलाध्यक्ष देवकी देवी, आशा दत्ता, रजनी लुगुन, पूरन देवी, जयमा देवी, शहजादा खातून, परमेश्वरी देवी, मंगला देवी, रीता देवी, बसंती देवी, सुभांति देवी, रीना देवी अनीता भेंगरा, मुक्ता गुड़िया, मीना कुमारी, सरस्वती देवी, जिलिगा देवी, मनीषा देवी समेत काफी संख्या में रसोइया व संयोजिका मौजूद थीं.
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