बालूमाथ/बरियातू. बालूमाथ व मैक्लुस्कीगंज पुलिस ने शुक्रवार को दामोदर नदी के समीप बघमरी जंगल के एक गड्ढे से एक नर कंकाल बरामद किया है. वहीं गड्ढे के पास ही एक बाइक भी बरामद की है. बताया जाता है कि बघमरी जंगल में चरवाहों ने झाड़ियों में छिपी बाइक और कंकाल को देख इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी. ग्रामीणों ने इसकी सूचना बालूमाथ और मैक्लुस्कीगंज पुलिस को दी. सूचना मिलते ही वहां दोनों थानों की पुलिस पहुंची और कंकाल को बरामद किया. वहीं पास पड़ी बाइक समेत हेलमेट, बैग, मोबाइल, चप्पल, जैकेट और बेल्ट को बरामद किया. कंकाल की शिनाख्त बारियातू के लापता पूर्व उपप्रमुख मोहन उरांव उर्फ गौरीशंकर उरांव की रूप में की गयी. इसके बाद बरामद सामान व कंकाल की जानकारी परिजनों को दी गयी. सूचना मिलते ही परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और शव मोहन उरांव के होने की पुष्टि की. शव मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. मोहन उरांव बारियातू प्रखंड के लाटू ग्राम का रहनेवाला था. हालांकि कंकाल की बरामदगी के बाद यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मोहन उरांव की हत्या कब और कैसे की गयी. पुलिस ने कंकाल को फॉरेंसिक जांच के लिए रांची भेज दिया है. मोहन उरांव पिछले 37 दिनों से लापता था.
ज्ञात हो कि वह 15 अक्टूबर को रांची से अपनी बाइक से घर लौट रहे थे. परिजनों के अनुसार उन्होंने मैक्लुस्कीगंज से अपनी पत्नी लक्ष्मी देवी को फोन कर कहा था कि वह कुछ देर में घर पहुंच जायेगा. इसके बाद से ही उनका कोई पता नहीं चल पाया. अगले दिन परिजनों और ग्रामीणों ने उनकी तलाश शुरू की. पिछले 37 दिनों में परिजन और ग्रामीण सिरम समेत भगैया, शांति, बलबल, चंदौली, डोमारो, बारियातू व बालूमाथ के जंगलों में ढूंढते रहे, लेकिन कुछ पता नहीं चला. इसे लेकर परिजनों ने बालूमाथ और मैक्लुस्कीगंज थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी. परिजनों ने पुलिस प्रशासन से मदद की गुहार लगायी थी.
क्या कहते हैं थाना प्रभारी:
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है