स्टाफ क्वार्टर में डायलिसिस व एमटीसी सेंटर खोलने की तैयारी
स्वास्थ्य कर्मियों ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व डीसी को पत्र प्रेषित कर विरोध जताया
लातेहार. सदर अस्पताल परिसर स्थित सरकारी स्टाफ क्वार्टरों में डीएमएफटी की राशि से डायलिसिस, एमटीसी सहित अन्य इकाई खोले जाने का स्वास्थ्य कर्मियों ने विरोध किया है. स्वास्थ्य कर्मियों ने बुधवार इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व उपायुक्त को मांग पत्र प्रेषित किया है. स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि सिविल सर्जन और सदर अस्पताल उपाधीक्षक द्वारा बिना पूर्व सूचना के ही डायलिसिस, एमटीसी सहित अन्य इकाई खोले जाने की योजना बना ली गयी है. इसके लिए विभिन्न क्वार्टरों में रह रहे स्वास्थ्य कर्मियों को खाली कराने का आदेश जारी किया जा रहा है. आवासीय परिसर में डायलिसिस वार्ड सहित अन्य इकाई खोला जाना कहीं से भी न्यायोचित नहीं है. जगह की कमी थी तो इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी जाना चाहिए थी. कर्मियों ने तत्कालीन उपायुक्त भोर सिंह यादव के मौखिक आदेश का हवाला देते हुए कहा कि शहर के धर्मपुर मुहल्ला में करोड़ों रुपये खर्च कर सिविल सर्जन कार्यालय का निर्माण कराया गया था, जिसके भवन के उपयोग में नहीं लाने पर सदर अस्पताल परिसर में चल रहे कई कार्यालय को उसमें शिफ्ट करने को कहा था, लेकिन उनके स्थानांतरण के बाद मामला ठंडा बस्ते में चला गया. इस कारण एक साजिश के तहत क्वार्टर को खाली कराकर कर्मियों को परेशानी में डाला जा रहा है. स्वास्थ्य कर्मियों ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य व शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य सचिव व सांसद को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप कर न्याय दिलाने की मांग की है.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
इस संबंध मे सिविल सर्जन डाॅ अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों को क्वार्टर से हटाया नहीं जा रहा है, बल्कि उन्हें सदर अस्पताल परिसर में ही दूसरे क्वार्टरों में शिफ्ट किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है