बिजली पानी की समस्या से त्रस्त लोगो ने विरोध जताया
भीषण गर्मी में अनुमंडल मुख्यालय में पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं की लचर व्यवस्था से त्रस्त होकर ग्रामीण मंगलवार को सड़क पर उतर गये.
महुआडांड़. भीषण गर्मी में अनुमंडल मुख्यालय में पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं की लचर व्यवस्था से त्रस्त होकर ग्रामीण मंगलवार को सड़क पर उतर गये. आदिवासी नेता अजित पाल कुजूर व जिला परिषद सदस्य स्टेला नगेसिया के नेतृत्व में आंदोलन किया गया. बिजली पानी की मांग को लेकर प्रखंड मुख्यालय को पूर्ण रूप से बंद रखा गया. यात्री बसों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा. स्थानीय युवाओं के नेतृत्व में जगह जगह पर नाका लगाया गया था. बंद से मेडिकल दुकान, एंबुलेंस, स्कूल व प्रेस जैसी आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा गया था.
ग्रामीणो ने बिजली सब स्टेशन में ताला जड़ा
दोपहर के बाद शास्त्री चौक पर एक सभा का आयोजन किया गया और बिजली की लचर व्यवस्था का जमकर विरोध किया गया. वहीं पेयजल के लिए लोध ग्रामीण जलापूर्ति योजना को सुचारू रूप से धरातल पर लागू करने की मांग सभा के माध्यम से की गयी. मौके पर अजीत पाल कुजूर ने कहा कि यहां के लोगों को सीधा साधा समझ कर बिजली विभाग के पदाधिकारी बेवकूफ बनाते हैं. बिजली कार्यालय में लाइन रहने के बाद भी उसकी आपूर्ति नहीं की जाती है. उन्होंने कहा कि बिजली पानी की समस्या का समाधान नहीं होने तक अनिश्चितकालीन चक्का जाम व बंद की चेतावनी दी है. सभा में प्रखंड के लोग दिन भर बैठे रहे. लेकिन शाम तक किसी अधिकारी के नहीं पहुंचने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने बिजली सब स्टेशन जाकर वहां के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया. बंद को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर थाना प्रभारी अविनाश कुमार के नेतृत्व में चौक चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. बाजार बंद की सूचना पर सीओ संतोष कुमार बैठा और बिजली विभाग से गारू प्रखंड विद्युत अभियंता विकास कुमार मौके पर पहुंचे. लेकिन ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नही थे. इसके बाद अधिकारी वापस लौट गये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है