बेतला. पलामू टाइगर रिजर्व के जंगल और जानवर की सुरक्षा के लिए घने जंगलों के बीच वाच टावर का निर्माण कराया गया है. हाल ही में इन वाॅच टावरों को सुसज्जित कराया गया है. इन वाच टावर पर 24 घंटे वनकर्मी जंगली जानवरों व जंगल की सुरक्षा के लिए मौजूद रहते हैं. जंगल में शिकारी अथवा वन तस्करों की भनक लगते ही इन वाच टावर पर मौजूद वनकर्मी वहां पहुंच जाते हैं. वाच टावर का निर्माण बहुत पहले ही कराया गया था, लेकिन इसे सुसज्जित करने का काम हाल ही में पूरा किया गया है. पहले इन वाच टावर में रहने वाले वन कर्मियों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब यहां उन्हें सभी सुविधाएं मुहैया करा दी गयीं हैं. वाहन से पेट्रोलिंग के दौरान वनकर्मी वाच टावर पर चढ़ कर जंगल की स्थिति का जायजा लेते हैं.
पीटीआर में 32 वाच टावर का किया गया है निर्माण
1129 वर्ग किलोमीटर में फैले पलामू टाइगर रिजर्व के साउथ और नॉर्थ डिविजन में कुल 32 वाच टावर का निर्माण कराया गया है. इसमें साउथ डिविजन में 16 व नॉर्थ डिविजन में 16 वाच टावर शामिल हैं. वहीं बेतला नेशनल पार्क में भी छह वाच टावर बनाये गये हैं. इधर, लुकईया, टेनोग्रास लैंड, बारेसाढ़, गारू सहित सभी संवेदनशील जगहों पर वाच टावर का निर्माण कराया गया है.क्या कहते हैं फील्ड डायरेक्टर
पीटीआर के फिल्ड डायरेक्टर कुमार आशुतोष ने बताया कि पूरे पलामू टाइगर रिजर्व में बाघ सहित सभी जंगली जानवरों की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ा जा रहा है. जगह-जगह पर वनकर्मियों को तैनात कर जंगल और जानवर पर 24 घंटे पहरा दिया जा रहा है. ऐसे में जंगलों में वाच टावर का विशेष महत्व है, जिसके माध्यम से जंगल की जंगल और जानवर की सुरक्षा दी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है