आस्था और विश्वास का प्रतीक है सरइडीह का प्राचीन शिव शक्ति मंदिर
बेतला नेशनल पार्क से सटे सरइडीह शिव शक्ति मंदिर भक्ति, आस्था और विश्वास का प्रतीक है. यह मंदिर काफी पुराना है.
बेतला. बेतला नेशनल पार्क से सटे सरइडीह शिव शक्ति मंदिर भक्ति, आस्था और विश्वास का प्रतीक है. यह मंदिर काफी पुराना है. तीन वर्ष पूर्व समाजसेवी अमरेश प्रसाद गुप्ता की पहल पर इस मंदिर का नवनिर्माण कराया गया था. दक्षिण भारत की शैली में बने इस मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक फैली है. पलामू प्रमंडल के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. बेतला नेशनल पार्क के समीप होने के कारण कई पर्यटक भी यहां पहुंचते हैं. सावन के महीने में यहां भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है. सावन माह की सोमवारी पर यहां पर विशेष शृंगार पूजा का आयोजन किया जाता है. समाजसेवी अमरेश प्रसाद गुप्ता ने बताया कि इस मंदिर का समुचित विकास हो इसके लिए वे सदैव प्रयास रहते हैं. लोगों ने लगातार विधायक रामचंद्र सिंह से मंदिर को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की मांग करते रहे हैं. सरइडीह शिव शक्ति मंदिर से एक किलोमीटर पहले सारी कुटमू मोड़ पर इस मंदिर का विशाल प्रवेश द्वार बनाया गया है. जो लोग बेतला, गारू से होकर गुजरते हैं, वे लोग इस द्वारा के विशाल रूप देखकर मंदिर देखने को लालायित हो जाते हैं. समाजसेवी अमरेश गुप्ता ने कहा कि इस मंदिर में वैवाहिक कार्यक्रम की शुरुआत जल्द होगी. यहां नि:शुल्क वैवाहिक कार्यक्रम हो, उसकी भी तैयारी चल रही है. वहीं दूर दराज से आनेवाले श्रद्धालुओं को सभी सुविधा मिले इसकी व्यवस्था की जायेगी.
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