बाल विवाह की रोकथाम के लिए समाज ने ली शपथ
पुरोहित, मौलवी, हलवाई, रसोइयों, सजावट, बैंड बाजे वालों व शादी का कार्ड छापनेवाले प्रिंटिंग प्रेस के संचालकों ने भी ऐसी शादी में अपनी भागीदारी नहीं करने की बात कही.
लातेहार. भारत सरकार के बाल विवाह मुक्त भारत के आह्वान के समर्थन में गुरुवार को स्वयंसेवी संस्था वैदिक सोसाइटी की ओर से जिले के 100 गांव में बाल विवाह की रोकथाम को लेकर जागरूकता व शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यहां लोगों ने बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाने की शपथ ली. वहीं पुरोहित, मौलवी, हलवाई, रसोइयों, सजावट, बैंड बाजे वालों व शादी का कार्ड छापनेवाले प्रिंटिंग प्रेस के संचालकों ने भी ऐसी शादी में अपनी भागीदारी नहीं करने की बात कही. इसकी सूचना अधिकारियों को देने की बात कही. सोसाइटी के निदेशक चंद्रशेखर सिंह ने कहा यह अभियान विकसित भारत के सपनों को पूरा करने की दिशा में निर्णायक कदम है. देश की बच्चियों को शिक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाये बगैर हम इस सपनों को पूरा नहीं कर सकते हैं. राष्ट्र व्यापी अभियान का समर्थन करते हुए जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी) के संस्थापक भुवन ऋभु ने कहा रुढ़ीवादी सिद्धांतों को जड़ से मिटाने की जरूरत है. बाल विवाह पीड़िता ममता देवी ने कहा कि लड़का हो या लड़की उनका विवाह कम उम्र में नहीं करें. अपने बच्चे को शिक्षित करें.
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