बारियातू. राजकीय मध्य विद्यालय साल्वे में लगी जलमीनार की बोरिंग पिछले एक वर्ष से खराब पड़ी है. इस वजह से यहां अध्ययनरत 445 विद्यार्थियों को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा है. स्कूली बच्चे पास ही स्थित निजी कुएं का पानी पीने को मजबूर हैं. प्रधानाध्यापक अखिलेश कुमार शुक्ला ने बताया कि पेयजल संकट को लेकर कई बार संबंधित विभाग व बीडीओ को आवेदन दिया जा चुका है. एक वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई उचित कदम नहीं उठाया गया. प्रखंड प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं देने पर बुधवार को विद्यार्थियों ने विद्यालय परिसर में डेड पड़ी बोरिंग के समीप खड़े होकर विरोध जताया. साथ ही उपायुक्त से नयी बोरिंग कराने की मांग की. मुखिया राजीव भगत ने बताया कि 15वीं वित्त आयोग मद से स्कूल परिसर में जलमीनार लगायी गयी थी. नयी बोरिंग नहीं कर विद्यालय की पुरानी बोरिंग से ही जलमीनार को जोड़ दिया गया था. एक साल पहले उक्त बोरिंग पूरी तरह डेड हो गयी. कई बार जिला स्तर की बैठक में यहां नयी बोरिंग करने का मुद्दा उठाया, पर किसी ने ध्यान नहीं दिया.
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