आंगनबाड़ी केंद्र में लिस्ट से कम बर्तन की आपूर्ति
महुआडांड़ प्रखंड में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को पोषाहार देने के लिए कम बर्तन की आपूर्ति की गयी है.
लातेहार. महुआडांड़ प्रखंड में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को पोषाहार देने के लिए कम बर्तन की आपूर्ति की गयी है. ज्ञात हो कि झारखंड सरकार राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्र में 0-5 वर्ष के बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा के साथ-साथ पौष्टिक भोजन भी दिया जाता है. बच्चों के पोषाहार के लिए जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा बर्तन की आपूर्ति के लिए निविदा प्रकाशित की थी, लेकिन महुआडांड़ प्रखंड में आपूर्तिकर्ता द्वारा लिस्ट के अनुसार बर्तन की आपूर्ति नहीं की गयी है. प्रखंड के अम्वाटोली आंगनबाड़ी केंद्र में आपूर्तिकर्ता द्वारा छह पीस कटोरी, तीन पीस ग्लास, पांच पीस चम्मच, एक पीस पतीला तथा एक पीस कड़ाही दिया गया है, जबकि लिस्ट में 45 पीस राउंड प्लेट, 45 पीस चम्मच, दो पीस प्लास्टिक बाल्टी, 45 पीस ग्लास बाेतल, एक पीस जग, 90 पीस राउंड कटोरी, एक पीस आटा चलनी सहित कई अन्य सामान शामिल हैं. केंद्र की सहायिका संतोषी नगेसिया ने बताया कि महुआडांड़ बाल विकास परियोजना कार्यालय में कार्यरत चपरासी मेघनाथ भगत के कहने पर बड़ा बाबू सतीश और जिला कार्यालय के आदेश पर उक्त सामान दिया गया है. वहीं सेविका कैकेयी देवी ने कहा कि विभाग के बड़ा बाबू और चपरासी द्वारा सभी सामना दिया गया है. उन्होंने बताया कि सामान देने के बाद वाउचर भी बड़ा बाबू और चपरासी द्वारा दिया गया है.
क्या कहती हैं अधिकारी
इस संबंध में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेम्ब्रम ने कहा कि सामान कम है, तो सेविका ने वाउचर पर रिसीव क्यों किया है. पढ़ी लिखी सेविका है उसके बाद भी बिना सामान मिलाये रिसीव किया है, तो इसमें गलती सेविका की है, इसलिए सामान की जवाबदेही सेविका की बनती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है